उत्तराखण्ड
बीजेपी हुई एक्टिव,जनता तक पहुंचाई जाएगी सरकारी योजनाओं
2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा पूरी तरीके से एक्टिव मोड में आ गई है। दिवाली का त्योहार खत्म होते ही पार्टी चुनावी मोड में आ चुकी है। इसी के तहत नवंबर महीने से ही बीजेपी लोकसभा चुनाव की तैयारी को लेकर खास रणनीति तय करेगी।
भाजपा को अभी तक जहां पर उम्मीद के हिसाब से वोट हासिल नहीं हुआ है उसे ध्यान में रखते हुए पार्टी लोकसभा चुनाव से पहले उन पहलुओं को मजबूत करेगी। जिसके तहत एससी एसटी और जनजातीय वोटरों को पार्टी की रीति नीति और केंद्र के साथ ही प्रदेश सरकार की योजनाओं से अवगत कराने के लिए पार्टी बड़े सम्मेलन करने जा रही है।
भाजपा की ओर से 19 नवंबर से देहरादून में एससी/एसटी सम्मेलन का आयोजन होने जा रहा है। वहीं 21 तारीख को हल्द्वानी में एससी/एसटी सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। जिसमें एससी/ एसटी वोटरों के लिए केंद्र प्रदेश सरकार की योजनाओं के बारे में चर्चा करेगी और उसके बाद बस्ती सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे।
जनजातीय क्षेत्र को लेकर भी होने हैं सम्मलेन
बस्ती सम्मलेन में एससी और एसटी वोटरों तक योजनाओं के सहारे पार्टी अपनी निशान छोड़ने की कोशिश करेगी। वहीं आठ विधानसभाओं में खासा प्रभाव रखने वाले जनजातीय क्षेत्र को लेकर भी दो सम्मेलन भाजपा की ओर से किए जाएंगे। जिसके तहत पार्टी का कमजोर पक्ष अब तक जनजातीय बाहुल्य क्षेत्र में कम वोट हासिल होने के पहलू को मजबूत करने की कोशिश करेगा।
वहीं बात करें विपक्षी दल कांग्रेस की तो कांग्रेस फिलहाल इस रेस में धिमि गति से ही चलती दिख रही है। हालांकि भाजपा की तैयारियों को लेकर कांग्रेस के प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट का कहना है कि बीजेपी की चुनावी तैयारी व्यर्थ हैं। उनका कहना है कि भाजपा का फोकस केवल चुनाव जीतने पर रहता है। उनका मुद्दों पर कोई ध्यान नहीं है।
.
हालांकि कांग्रेस का चुनाव को लेकर ये ढुलमुल रवैया ही कांग्रेस को कमजोर कर जाता है। बहरहाल कुल मिलाकर देखें तो भाजपा का लोकसभा चुनाव की तैयारी पर पूरा फोकस है। भाजपा की ओर से चुनाव को लेकर पूरी रणनीति तैयार कर ली गई है।