उत्तराखण्ड
भागवत कथा में श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का प्रसंग व श्रीकृष्ण- रुक्मणी के विवाह का सुन्दर चरित्र चित्रण किया
हल्द्वानी। अर्जुनपुर गोरापड़ाव में विगत 7 दिनों से चल रहे संगीतमय श्रीमद भागवत् पुराण कथा का पांचवे विराम दिवस का प्रक्षण व्यास जी राजेन्द्र तिवारी, कथा, प्रभकर द्वारा सुनाया गया, कथा के पंचम दिवस में श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का प्रसंग तथा पूतना शकटासुर आदि राक्षसों के उद्वार की कथा एवं इन्द्र के घमण्ड को दूर करने के लिए गिरिराज गोबर्धन पर्वत की पूजा करने हेतु सभी बृजवासियों को प्रेरित किया। भागवत कथा के षष्ठम् दिवस में कंस वध, उद्धव चरित्र तथा श्रीकृष्ण- रुक्मणी के विवाह का सुन्दर चरित्र चित्रण रसास्वादन कराया गया। इस दौरान श्रीकृष्ण- रुक्मणी के रूप में विवेक व उनकी धर्म पत्नी ने सुन्दर प्रस्तुति दी।
इस दौरान श्रीकृष्ण रुक्मणी विवाह की आकर्षित झांकी भी प्रस्तुत की गई। विराम दिवस २२ जनवरी की सायंकाल में विस्तृत रुप से दीपोत्सव किये जाने हेतु व्यास जी द्वारा आवाहन किया गया है, यजमान श्री पूरन चन्द्र काण्डपाल ने बताया कि 23 जनवरी को पूर्णाहुति, व्यास पूजन व विशाल भण्डारे का आयोजन किया जायेगा। श्रीमद भागवत कथा में प्रतिदिन प्रातःकाल विस्तृत वैदिक पूजन आदि आचार्य नैनवाल व अन्य ब्रहामणों द्वारा कराया जा रहा है तथा कथा में संगीत विभिन्न राग रागिनियों के साथ पं गिरीश जोशी व टीम द्वारा सुनाया जा रहा है। कथा में अनेक गणमान्य व्यक्तियों सहित क्षेत्र के अपार जनसमूह उमड़ रहा है। इससे पूर्व कथा के दौरान लालकुंआ के विधायक डां मोहन सिंह बिष्ट ने भी शिरकत की। कल यानी 23 जनवरी को विशाल भंडारा होगा।