उत्तराखण्ड
शहर की दीवारों पर उकेरी जा रही धार्मिक तस्वीरें, रोड मैप से यात्रियों को होगी सुविधा
रुद्रप्रयाग: इन दिनों रुद्रप्रयाग शहर का कायाकल्प हो रहा है. शहर की दीवारों पर तमाम धार्मिक जानकारियां तस्वीरों के माध्यम से दी जा रही हैं. इसके अलावा जो देश-विदेश के तीर्थ यात्री आगामी यात्रा सीजन में यहां पहुंचेंगे, उनको उत्तराखंड के चारों धामों के अलावा धाम तक जाने वाले रास्तों की जानकारी भी दीवारों पर उकेरी गई तस्वीरों से मिल जाएंगी. जबकि गाय और नंदी के संरक्षण व संवर्द्धन को लेकर भी दिवारों पर जानकारियां दी जा रही हैं.
रुद्रप्रयाग चारधाम यात्रा का मुख्य पड़ाव है. प्रत्येक वर्ष लाखों यात्री रुद्रप्रयाग से होकर चारधाम यात्रा पर गुजरते हैं. उत्तराखंड के पंच प्रयागों में भी एक प्रयाग रुद्रप्रयाग है. यहां बदरीनाथ धाम से आने वाली अलकनंदा और केदारनाथ धाम से आने वाली मंदाकिनी नदी का संगम भी होता है. अक्सर देखा जाता है कि रुद्रप्रयाग पहुंचने पर यात्री बदरीनाथ और केदारनाथ जाने में असमंजस की स्थिति में आ जाते हैं. उन्हें रास्तों का पता नहीं होता है. यात्रियों की इस परेशानियों को देखते हुए रुद्रप्रयाग स्थित बदरीनाथ हाईवे की सुरक्षा दीवारों पर मैप के साथ बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री जाने वाले रास्तों को दर्शाया जा रहा है.
सभी धामों के बारे में आवश्यक जानकारियां भी यात्रियों को दी जा रही हैं. हाईवे की इन दीवारों पर गाय और नंदी के सरंक्षण को लेकर भी संदेश दिया जा रहा है. इसके अलावा तमाम प्रकार की धार्मिक आकृतियां सुरक्षा दीवारों पर उकेरी जा रही हैं. दीवारों पर दी जा रही जानकारी का लाभ आगामी यात्रा सीजन में यहां पहुंचने वाले पर्यटक और तीर्थ यात्री उठा सकते हैं. रुद्रप्रयाग शहर में वॉल पेंटिंग के जरिये चारधाम की यात्रा के साथ ही गाय और नंदी के संरक्षण को लेकर विश्व अखाड़ा परिषद के गौ रक्षा विभाग ने जिला प्रशासन को सुझाव दिया था. इस सुझाव पर जिला प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कार्य शुरू किया, जिसका लाभ आने वाले दिनों में चारधाम यात्रियों को मिलेगा. साथ ही गाय और नंदी के संरक्षण व संवर्द्धन को लेकर लोग भी जागरूक हो सकेंगे.