उत्तराखण्ड
ऐतिहासिक सोमनाथ मैदान में हुए दीक्षांत समारोह में 282 अग्निवीर बने सेना का हिस्सा
अल्मोड़ा। कुमाऊँ रेजिमेंट केंद्र रानीखेत के ऐतिहासिक सोमनाथ मैदान में आज आयोजित पासिंग आउट परेड में 282 अग्निवीर, सेना का हिस्सा बन गए। इन सभी जवानों को कुमाऊँ एवं नागा रेजिमेंट की विभिन्न बटालियन में तैनात किया जाएगा। बता दे कि रानीखेत के ऐतिहासिक सोमनाथ मैदान में आयोजित दीक्षांत समारोह में 282 अग्निवीरों को सफलता पूर्वक भारतीय सेना में शामिल किया गया। सैनिकों ने गर्व और समर्पण के साथ देश की सेवा करने और भारतीय सेना के मूल्यों को बनाए रखने की शपथ ली।
मुख्य अतिथि ब्रिगेडियर गौरव बग्गा कमांडेंट कुमाऊँ रेजीमेंट केंद्र ने परेड की सलामी ली। परेड का नेतृत्व अग्नि वीर संजय नेगी द्वारा किया गया और परेड अधिकारी कप्तान अरविंद सिंह रहे। मुख्य अतिथि से पहले परेड ने कर्नल विक्रमजीत सिंह सेना मेडल, प्रशिक्षण बटालियन कमांडर और डिप्टी कमांडेंट कर्नल सुनील कटारिया को सलामी दी। मुख्य अतिथि ब्रिगेडियर गौरव बग्गा ने नए अग्निवीरों को संबोधित करते हुए उन्हें और उनके अभिभावकों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने हर अग्निवीर को सत्य, निष्ठा एवं कर्मठता से देश सेवा करने का आह्वान किया और भरोसा जताया कि सभी अग्निवीर अपनी जिम्मेदारी में सफल होंगे। उन्होंने सभी को पलटन, रेजीमेंट सेना और देश का नाम रोशन करने के लिए प्रोत्साहित किया।
इस दौरान कई कैडेट्स को बेस्ट पुरस्कार भी दिए गए। जिसमे परेड में अपनी बैच का सर्वश्रेष्ठ अग्निवीर का पदक अग्निवीर संजय नेगी ने प्राप्त किया। इनके अलावा अग्निवीर विपिन चंद्र जोशी, अग्निवीर संदीप सिंह, अग्निवीर राहुल यादव और अग्निवीर नामोजम रोशन मेतई ने विभिन्न पदक प्राप्त किये। प्रशिक्षण प्रतियोगिताओं के पदक विजेताओं को मुख्य अतिथि के द्वारा सम्मानित किया गया। 7 महीने के कठिन परिश्रम और प्रशिक्षण के बाद अग्निवीर बने इन नौजवानों को कुमाऊँ और नागा रेजीमेंट के विभिन्न बटालियन में भेजा जाएगा जहां यह अग्निवीर देश सेवा का भार संभालेंगे ।
इस अवसर पर परेड ग्राउंड पर लेफ्टिनेंट कर्नल वीएस दानू, लेफ्टिनेंट कर्नल शोबी राज, लेफ़्टिनेंट कर्नल ऐश्वर्या जोशी, लेफ्टिनेंट कर्नल दीपक सिंह, मेजर अर्जुन सिंह और प्रशिक्षण अधिकारी कप्तान सुमित दहिया, सूबेदार मेजर मोहन सिंह रावत और ट्रेनिंग जेसीओ सूबेदार महिमन सिंह और ड्रिल जेसीओ सूबेदार भगवान सिंह सहित कुमाऊँ रेजिमेंट केंद्र के सभी पदाधिकारी सरदार व जवान उपस्थित रहे।