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जनता को गुमराह कर रहे हैं भट्ट, जनता के सामने खुली बहस की चुनौती करें स्वीकार- प्रकाश जोशी
कांग्रेस प्रत्याशी प्रकाश जोशी ने सांसद निधि के खर्च को लेकर बीजेपी प्रत्याशी अजय भट्ट द्वारा चुनाव आयोग में दी गयी शिकायत को उनकी बौखलाहट और हकीकत पर पर्दा डालने का प्रयास बताया है। उन्होंने कहा कि पांच साल तक गुमराह करने के बाद वह आज फिर जनता को गुमराह कर रहे हैं।
लोकसभा के आधिकारिक अभिलेख बताते है कि उन्होंने अपनी सांसद निधि (MPLADS) से मात्र 8.0202 करोड़ के प्रस्ताव भेजे, जिसमें से 7 करोड़ (आवंटित निधि का मात्र 40 प्रतिशत) के प्रस्ताव स्वीकृत हुए, जबकि उन्हें पूरे 5 वर्ष के कार्यकाल हेतु 17 करोड़ की सांसद निधि आवंटित थी। मेरा आग्रह है की वो झूठ ना बोले और इस झूठ के लिए जनता से माफी मांगे! जिस प्रकार भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व ने 10 वर्षों तक जनता को गुमराह किया, जिसमें प्रतिवर्ष 2 करोड़ रोजगार देना झूठ बोला, 15-15 लाख धनराशि सबके खाते में आयेंगे, झूठ बोला, भ्रष्टाचार दूर करने व काला धन वापस लायेंगे, झूठ बोला और पेट्रोल-डीजल के दाम कम करने को लेकर भी झूठ बोला। उनके शीर्ष नेतृत्व ने कहा था कि देश में जब डॉलर मजबूत होता है तो रुपया कमजोर होने से देश की साख गिरती है और आज डॉलर 84 रुपये पहुँच गया है। 400 का सिलिंडर आपकी सरकार ने 1100 रूपये पर पहुँचा दिया। आपके शीर्ष नेतृत्व ने जो झूठ बोला, अब आप क्यों उस झूठ को आगे बढ़ा रहे हैं? अच्छा होता कि आप अपने इस कृत्य के लिए जनता से माफी मांगते और मेरे द्वारा प्रेस वार्ता में पूछे गये 8 निम्नलिखित सीधे सवालों का जवाब देते।
1- उत्तराखंड के लाखों युवाओं का सपना सेना में भर्ती होने का होता है, क्योंकि यहां घर-घर में शौर्य की गाथाएं हैं। सेना की भर्ती केवल नौकरी नहीं है, अपितु उत्तराखंड का जो नौजवान देश की सीमा की रक्षा करने के लिए सीने पर गोली खाने के लिए तैयार है, उसके परिवार को सैनिक होने के नाते लंबी अवधि तक आर्थिक सुरक्षा भी मिलती है, लोकतंत्र में निर्णय चुनी हुई सरकार यानी संबंधित विभाग के मंत्री लेते हैं। आपके केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री रहते अग्निवीर योजना लागू हुई। आपने उत्तराखंड और देश के नौजवानों के साथ 4 साल की अग्निवीर योजना लागू कर उन्हें सड़क पर क्यों छोड़ दिया? उत्तराखंड के युवाओं के साथ ऐसा अन्याय क्यों किया?
2- आप 5 वर्ष की सांसद निधि 17 करोड़ में से केवल 7 करोड रुपए खर्च कर पाए। आपने क्षेत्र को 10 करोड रुपए के विकास कार्य से वंचित क्यों किया? जब आप अपने अधिकार क्षेत्र की राशि ही खर्च नहीं करना चाहते तो क्षेत्र के विकास के लिए योजनाएं कैसे ला पाएंगे?
3- हर सांसद को अपने संसदीय क्षेत्र में कुछ गांव गोद लेने थे। आपने भी लिये, गोद लेते समय पहली बार फोटो खिंचवाने के अलावा आप उस गांव में कितनी बार गए? आपने उसे अनाथ क्यों छोड़ दिया? उस गांव की जनता को आपसे इतनी शिकायतें क्यों हैं? जब आप एक गांव में विकास कार्य नहीं कर पाए तो आप पूरे संसदीय क्षेत्र में विकास की जिम्मेदारी कैसे ले पाएंगे?
4- कुमाऊं रेजीमेंट उत्तराखंड के शौर्य और गौरव का प्रतीक है। 1962 के युद्ध में मेजर शैतान सिंह के नेतृत्व में कुमाऊं रेजीमेंट के मात्र 120 सिपाहियों ने चीन के 5000 सैनिकों को धूल चटाई और वीरगति पाई थी। 120 में से मात्र 6 जवान जिंदा बचे थे। कुमाऊं रेजीमेंट की अदम्य वीरता और शहादत के प्रतीक के तौर पर रेजांगला स्थित युद्ध स्मारक बना था। जिस जमीन की रक्षा के लिए कुमाऊं रेजिमेंट की पूरी बटालियन शहीद हो गई वह जमीन आपके रक्षा राज्यमंत्री रहते हुए चीन को क्यों दे दी? आपने चीन की सेना को कुमाऊं रेजीमेंट के गौरव का प्रतीक युद्ध स्मारक क्यों तोड़ने दिया? आपने देश पर जान न्योछावर करने वाले सैनिकों और समूचे उत्तराखंड का ऐसा घोर अपमान क्यों किया।
5- रक्षा राज्यमंत्री होने के साथ.साथ आप इतने भाग्यशाली रहे कि पर्यटन राज्य मंत्री भी रहे। उत्तराखंड की पूरी अर्थव्यवस्था का सबसे बड़ा हिस्सा पर्यटन पर आश्रित है लेकिन आपके पर्यटन राज्यमंत्री रहते हुए उत्तराखंड में पर्यटन की विकास की कोई भी बड़ी योजना नहीं आई। यह क्यों नहीं माना जाए कि आपका पर्यटन राज्यमंत्री होना आपके लिए तो भाग्यशाली रहा लेकिन उत्तराखंड के लिए दुर्भाग्यशाली?
6- उत्तर प्रदेश के 6 शहरों में डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर तैयार हो रहा है, इसी तरह तमिलनाडु के 5 जिलों को डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में शामिल किया गया है। इससे इन दोनों राज्यों में लाखों करोड़ का निवेश और लाखों रोजगार पैदा होंगे। हमें उम्मीद थी कि आप अपने प्रदेश के लिए भी कुछ करेंगे, परंतु आपके रक्षा राज्यमंत्री रहते उत्तराखंड के एक जिले का चयन भी डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के लिए क्यों नहीं किया गया?
7- उत्तराखंड के 5 शहरों मे नवीन केंद्रीय विद्यालय खोले जाने का प्रस्ताव कागजों पर स्वीकृत है। इसमें एक भी केंद्रीय विद्यालय उधम सिंह नगर नैनीताल लोकसभा क्षेत्र में नहीं है। सांसद महोदय बताएं कि केंद्र सरकार में मंत्री रहने के बावजूद उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र में एक भी नवीन केंद्रीय विद्यालय खोलने का प्रयास क्यों नहीं किया?
8- आपके रक्षा राज्यमंत्री रहते उत्तराखंड में नवीन सैनिक स्कूल खोलने का प्रस्ताव पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के मोड पर क्यों गया? क्या आप एक सैनिक स्कूल भी सरकारी खर्च पर नहीं खोल सकते थे? और सरकारी खर्चे पर खुलने वाला नया सैनिक स्कूल अब तक ऊधम सिंह नगर नैनीताल लोकसभा क्षेत्र में स्वीकृत होकर आपका कार्यकाल समाप्त होने तक प्रारंभ क्यों नहीं हुआ?
उन्होंने कहा कि श्री अजय भट्ट ने अपने गोद लिये विजयनगर, देवीधुरा, विजयपुर, देवाल मल्ला, पटेरी और जंगलियागाँव के लिये भी झूठ बोल दिया और जब एक प्रतिष्ठित अखबार के संवाददाता ने स्वयं वहाँ जाकर वहां से रिपोर्ट की और खबर छापी, तो उन्होंने इसके प्रकाशन के उपरांत सामान्य सी प्रतिक्रिया देकर मामला रफा-दफा क्यों कर दिया? उन्होंने कहा कि वो कब तक जनता को गुमराह करेंगे? अगर उन्होंने सचमुच रक्षा व पर्यटन राज्यमंत्री रहते अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया है तो जो मैंने आपसे पत्रकार वार्ता के माध्यम से 8 सीधे सवाल पूछे हैं, उसका जवाब दे दीजिए, चाहे तो आप किसी सार्वजनिक स्थल पर मुझसे आमने-सामने की वार्ता में अथवा मीडिया के माध्यम से ही उपरोक्त सवालों का जवाब दे सकते हैं, ताकि जनता को भी आपकी निष्क्रियता का सच पता चल सके।