उत्तराखण्ड
सरस मेले में बिंदुखत्ता की महिला समूहों को नहीं मिली जगह
प्रेम सिंह दानू
हल्द्वानी। इन दिनों दस दिवसीय सरस मेले का आयोजन बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है, जिसमें महिला समूह को प्रोत्साहित करने व महिला समूह को उनकी आजीविका बढ़ाने तथा आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा दी जा रही है।जिसमें लगभग 250 से अधिक महिला समूह को निशुल्क दुकान आवंटित की गई हैं और दूर-दूर से उत्तराखंड के सभी क्षेत्रों से महिला समूह प्रतिभा कर रहे हैं । महिला समूह द्वारा बताया गया कि उनके आने-जाने की व रहने खाने की सुविधा सरकार द्वारा निशुल्क दिया जा रहा है यह सरकार की एक अच्छी पहल है लेकिन हल्द्वानी के बाद बिन्दुखत्ता एक बहुत बड़ा क्षेत्र है। जिसमें 80 हजार से अधिक की आबादी है और इस क्षेत्र में लगभग 600 से अधिक महिला समूह है जिन समूह को सरकार के द्वारा कोई भी योजना का लाभ नहीं मिल पाता है। क्योंकि बिंदुखत्ता क्षेत्र ना तो नगर पालिका में आता है और ना ही राजस्व ग्राम में, जहां पर महिला समूह का रजिस्ट्रेशन नहीं हो पता है जिस कारण यहां की महिला समूह सरकार की सभी योजनाओं से वंचित रह जाते हैं। यह चिंता का विषय है सरस मेले से इतने करीब रहने के बाद भी ऐसे आयोजनों से वंचित हैं। जबकि उत्तराखंड के सभी जगह के मेला समूह को ऐसे आयोजनों का लाभ मिल रहा है जिससे बिंदुखत्ता क्षेत्र की महिलाएं काफी चिंतित नजर आ रही हैं क्योंकि सरकार के द्वारा कोई भी लाभ इस क्षेत्र की महिला समूह को नहीं मिल पा रहा है।


