उत्तराखण्ड
कालाढूंगी के कोटाबाग में गोलीकांड करने वाले दोनों आरोपी गिरफ्तार, अवैध हथियार भी बरामद, गुंडागर्दी करने वालों को एसएसपी ने दी सख्त चेतावनी
कालाढूंगी थाना प्रभारी पंकज जोशी ने बताया कि बीती 15 नवंबर को कोटाबाग के कप्तानगंज के रहने वाले मनोज रजवार ने पुलिस में एक लिखित तहरीर दी थी। जिसमें उन्होंने बताया था कि कुछ अज्ञात लोगों ने उसके चचेरे भाई विक्रम रजवार को गोली मारी है, जिसे गंभीर हालत में हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर कालाढूंगी थाने में मामला दर्ज कर मामले की जांच उपनिरीक्षक रमेश पंत को सौंपी गई। जांच पड़ताल में फायरिंग की घटना सामने आई जिसके बाद मौके पर मौजूद गवाहों से घटना के बारे में जानकारी ली गई। पीड़ित और गवाहों से मिली जानकारी ने अनुसार देचोरी क्षेत्र के एक निर्माणाधीन मकान में 7 लोग जुआ खेल रहे थे। जिसमें से आरोपी प्रदीप पांडे उर्फ मोंटू के पास अवैध तमंचा था, जो पहले सभी लोगों को डरा रहा था। पीड़ित ने बताया कि वो जुए में जीत गया। जबकि, आरोपी प्रदीप पांडे उर्फ मोंटू और रितेश कुमार उर्फ बबली जुए में हार गए। आरोप है कि मोंटू ने कई राउंड फायरिंग कर दी, जिससे विक्रम रजवार गंभीर रूप से घायल हो गया था। जिसके बाद अन्य लोगों ने आनन-फानन में घटना की सूचना घरवालों को दी। साथ ही उसे हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जबकि, आरोपी घटना के बाद मौके पर भाग गए। वहीं, पुलिस की टीम ने मुखबिर की सूचना पर आरोपियों की सभी संभावित ठिकानों में तलाशी ली। जिसके तहत योजनाबद्ध तरीके से पुलिस ने फायरिंग कांड में शामिल दोनों आरोपियों को कोटाबाग से गिरफ्तार कर लिया। साथ ही आरोपियों से घटना में इस्तेमाल अवैध एक तमंचा और एक कारतूस भी बरामद किया है। पकड़े गए दोनों आरोपी कोटाबाग के निवासी है। पूछताछ के दौरान अभियुक्तगणो द्वारा निर्माणाधीन भवन में जुआ खेलना तथा नशे में होने व जुऐ मे हार जाने के कारण घटना को अंजाम देना बताया। अभियुक्त से बरामदा कट्टे का भी अवैध होना पाया गया । जिस कारण मुकदमे में धारा 3/25 आर्म्स एक्ट की बढ़ोतरी की गयी। अभियुक्तगणो को गिरफ्तार कर समय से न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है। अभियुक्तों से 1 अदद कट्टा मय 1 अदद खोखा राउंड 7.65MMवही एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने चेतावनी देते हुए कहा कि गई कि जिले में गुंडागर्दी बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी, ऐसे तत्वों को सीधे सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।