कुमाऊँ
सी एम पोर्टल पर की नियुक्त न होने की शिकायत
टनकपुर। उत्तराखंड परिवहन निगम में मृतक आश्रित कोटे में नियुक्त करने से संबंधित शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर 11 मार्च 2021 को दर्ज कराई।लगभग दो माह पूरे होने को हैं लेकिन पोर्टल के माध्यम से आज तक समस्या का समाधान नहीं हो पाया है। जिस पोर्टल में त्वरित समस्याओं के समाधान, निस्तारण की बात की जाती है उसमें कोई सुनवाई न होने से सरकार की कार्य प्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगता है।
टनकपुर निवासी समाजसेवी गौरव शर्मा का कहना है कि उनके पिता स्वर्गीय कैलाश चंद शर्मा का 12 दिसंबर 2017 को कैंसर रोग की गंभीर बीमारी के चलते देहांत हो गया था। गौरव के पिता का इलाज एम्स दिल्ली से चल रहा था। उनका कहना है कि पिता उत्तराखंड परिवहन निगम के टनकपुर डिपो में चौकीदार के पद पर कार्यरत थे,और उनको 2022 में रिटायरमेंट होना था। सरकारी नियमावली के अनुसार अगर किसी सरकारी कर्मचारी का देहांत ड्यूटी के दौरान हो जाता है तो उसके परिवार के किसी एक आश्रित को उनकी जगह अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति दी जाती है। समस्त विभागों में यह प्रक्रिया अभी भी चल रही है।लेकिन उत्तराखंड परिवहन निगम में 2017 से मृतक आश्रित कोटे में नियुक्ति बंद की है। परिजनों का कहना है उत्तराखंड परिवहन निगम टनकपुर डिपो में तैनात स्वर्गीय कैलाश चंद शर्मा के इलाज में लाखों रुपए का खर्च होने के कारण परिवार आर्थिक तंगी से गुजर रहा है। इस वक़्त कोरोना कॉल चल रहा है,घर में खाने के भी लाले पड़ने लगे हैं इसलिए गौरव ने उत्तराखंड के वर्तमान मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से अनुकंपा के आधार पर उत्तराखंड परिवहन निगम में नियुक्ति देने की मांग की है। उन्होंने यह भी बताया कि उत्तराखंड परिवहन निगम के द्वारा समाजसेवी गौरव शर्मा के पिता का 300 दिन के नकदीकरण की धनराशि भी नहीं दी गई है। परिजनों ने बताया उपरोक्त मामले में त्वरित समाधान के लिए गौरव कई बार टनकपुर डिपो के वर्कशॉप गेट पर धरना प्रदर्शन भी कर चुके हैं लेकिन शासन प्रशासन, परिवहन विभाग के कानों में जूं तक नहीं रेग रही है।
रिपोर्टर:- गौरव शर्मा टनकपुर