उत्तराखण्ड
कावड़ यात्रा प्रतिबंधित होने के बावजूद भी आ रहे हैं कावड़िए ,जानिए क्या रहा पुलिस का कदम
धर्मनगरी हरिद्वार से कावड़ यात्रा को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है जानकारी के अनुसार हरिद्वार में कावड़िए पहुंचे लेकिन हरिद्वार में कांवड़ यात्रा को प्रतिबंधित कर दिया है जिसके बावजूद भी लोग हरिद्वार पहुंच रहे हैं। गत दिवस को ट्रेनों से पहुंचे कांवड़ियों और बिना आरटीपीसी निगेटिव रिपोर्ट के साथ हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर उतरे 290 कांवड़ियों और यात्रियों को वापस भेजा गया। कोरोना संक्रमण को देखते हुए कांवड़ यात्रा प्रतिबंधित है।
बॉर्डर के अलावा हरकी पैड़ी समेत अन्य गंगाघाटों पर पुलिस पहरा है। जीआरपी ने रेलवे स्टेशन पर पूरी सख्ती की हुई है। बावजूद कांवड़िए साधारण वेशभूषा में धर्मनगरी आ रहे हैं।इस साल भी कांवड़ यात्रा स्थगित हो गयी हो लेकिन पुलिस प्रशासन बॉर्डर से लेकर रेलवे स्टेशनों पर अलर्ट मोड में नजर आ रही है। आपको बता दें कि आज हरिद्वार की एएसपी ने पुलिस फोर्स के साथ रुड़की रेलवे स्टेशन का निरीक्षण करने पहुँची। वहीं उन्होंने कहा कि बिना आरटीपीसीआर रिपोर्ट के कोई भी यात्री अपने क्षेत्रों में नहीं जा सकता है. साथ ही यदि कोई कांवड़िया हरिद्वार जाने की फिराक में है तो उसे वापस भेजा जा रहा है। सभी रेलवे स्टेशनों पर पुलिस फोर्स तैनात की गई है और स्टेशन पर जांच भी की जा रही है। कांवड़ यात्रा स्थगित के बाद से खास तौर पर कांवड़ियों को हरिद्वार में प्रवेश के लिए पूर्ण प्रतिबंध किया गया है।
शारीरिक दूरी के नियमों का पालन नहीं करने और मास्क न लगाने पर जीआरपी ने रेलवे स्टेशन पर 100, योग नगरी रेलवे स्टेशन पर 88 यात्रियों, लक्सर में 40, रुड़की रेलवे स्टेशन पर 58 यात्रियों के खिलाफ महामारी एक्ट में कार्रवाई की है. बिना आरटीपीसीआर रिपोर्ट आए 650 यात्रियों का हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर कोविड टेस्ट कराया गया। योगनगरी ऋषिकेश में 79, रुड़की स्टेशन पर 231 और लक्सर रेलवे स्टेशन पर 70 यात्रियों का कोरोना टेस्ट कराया गया। ऐसे में प्रशासन काफी सख्त रवैया अपना आ रहा है।