उत्तराखण्ड
“शिक्षा में कृत्रिम बुद्धिमत्ता की भूमिका उचित या अनुचित” विषय पर वाद विवाद प्रतियोगिता।
गोपेश्वर (चमोली)। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय गोपेश्वर के बीएड विभाग में शनिवार को वाद विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। “शिक्षा में कृत्रिम बुद्धिमत्ता की भूमिका उचित या अनुचित” विषय पर आयोजित वाद विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में तीलू रौतेली सदन से कोमल ने प्रथम, दिशांत ने द्वितीय व श्री देव सुमन सदन से अमीषा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। विजेताओं को पुरस्कृत करते हुए विभाग प्रभारी प्रो. चंद्रावती जोशी ने कहा कि कृतिम बुद्धिमता का मूल लक्ष्य मानव बुद्धि की नकल करना और जटिल मानवीय कार्यों को अधिक कुशलतापूर्वक और तेज़ी से निष्पादित करना है। इस अवसर पर निर्णायक डॉ एसपी उनियाल, डॉ दिगपाल कंडारी, डॉ वंदना लोहनी, डॉ अखिलेश कुकरेती, डॉ कुलदीप नेगी, डॉ सरिता पंवार, डॉ सबज कुमार सेनी, डॉ चंद्रेश जोगेला, डॉ विधि ढौंडियाल, डॉ० श्याम लाल बटियाटा आदि उपस्थित रहे।