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उत्तराखण्ड

दन्या निवासी पत्रकार हरीश पांडे का आकस्मिक निधन

अल्मोड़ा। हरीश पाण्डेय पत्रकारिता के क्षेत्र मे लंबे समय से दन्या मे सक्रिय पत्रकार के रूप मे कार्य कार्य रहे थे। हरीश पाण्डेय बेहद शांत सरल स्वभाव व मृदुभाषी थे। उनके निधन से दन्या क्षेत्र में कार्य कर रहे समस्त पत्रकारों को बहुत बड़ी क्षति हुई है। उत्तरांचल दीप के क्षेत्रीय पत्रकार हरीश पाण्डेय की गुरुवार की देर रात आकस्मिक निधन हो गया। दन्या (मुनोली) निवासी पत्रकार हरीश पांडे के निधन पर क्षेत्रीय लोगो व पत्रकार संगठनों ने उनके आकस्मिक निधन पर शोक व्यक्त किया।

बताया गया पत्रकार हरीश पांडे 52 वर्षीय जो अपनी पत्रकारिता में लगभग 15 वर्षो से सामाजिक, राजनीतिक व धार्मिक क्षेत्रो में अपनी लेखनी से पाठको को प्रेरित करते आ रहे थे। अचानक ही उनके देहांत हो जाने की खबर से लोग स्तब्ध रह गए। जो अपने पीछे दो लड़कों को छोड़ गए। लगभग दो वर्ष पहले पत्रकार हरीश पांडे की पत्नी का भी देहांत हो गया था। हरीश पांडे का कुछ महीने पहले स्वास्थ्य खराब के चलते सुशीला तिवारी हॉस्पिटसल में इलाज चल रहा था। हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होकर लगभग दो माह पहले ही गांव में आये थे। उनके स्वास्थ्य में कुछ परिवर्तन हो रहा था।

ग्रामीणों ने बताया कि गुरुवार की सुबह उनको हल्द्वानी सेंट्रल हॉस्पिटल में दिखया गया। हॉस्पिटल में दिखाने के बाद वो अपने रिश्तेदारी में रुके थे वही गुरुवार की देर रात अटैक आने से मौत हो गयी। उनके शव को एम्बुलेंस से गांव मुनोली लाया गया। और अतिम संस्कार रामेश्वरम घाट पर किया गया। उनकी चिता को बड़े बेटे कैलाश पांडे ने मुखाग्नि दी।

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पत्रकार पांडे ने अपनी लेखनी से सामाजिक मुद्दों को विशेष मंचो में ले जाने का प्रयास किया। ये समाज मे कई गरीब असहाय लोगो की आवाज भी बने। रामेश्वर घाट में उपस्थित ज्ञान प्रकाश पंत,सतीश पंत, डीके जोशी, गोविंद गोपाल, राजू मलारा सहित कई लोग रहे। इधर पत्रकार हरीश के निधन पर नेशनलिस्ट यूनियन आफ जर्नलिस्टस उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश पाठक ने गहरा दुःख जताया। उन्होने बताया दो दिन पहले पत्रकार हरीश ने उनसे बात की थी और हल्द्वानी आकर मिलने को भी कहा था।

संवाददाता – खजान पाण्डेय

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