उत्तराखण्ड
पिथौरागढ़ के दूरस्थ गांव कनार से गंभीर रोगी को हेलीकॉप्टर से पहुंचाया
पिथौरागढ़। बरम छीपलाकेदार पर्वतमाला में आठ हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित अंतिम गांव कनार से गंभीर रोगी को हेलीकॉप्टर से पिथौरागढ़ लाकर जिला अस्पताल में भर्ती किया गया।
सड़क मार्ग बरम से पैदल 16 किमी खड़ी चढ़ाई पर स्थित कनार गांव को जोड़ने वाला पैदल मार्ग बारिश से बुरी तरह ध्वस्त हो चुका है। गांव निवासी मान सिंह की रविवार को अचानक तबीयत खराब हो गई। आसपास उपचार की व्यवस्था न होने तथा बरम-कनार 16 किमी पैदल मार्ग पर खेतीखान नाले पर मार्ग बहने, धोमानी, कैचानी और डोलीगाड़ में मार्ग क्षतिग्रस्त होने तथा पहाड़ की तरफ से लगातार पत्थर गिरने से ग्रामीण रोगी को डोली से बरम तक लाने में असमर्थ रहे। इस बीच ग्रामीण की तबीयत बिगड़ती गई।
ग्राम प्रधान महेंद्र सिंह परिहार ने उपजिलाधिकारी एके शुक्ला को वाट्सएप के जरिये पत्र भेज हेलीकॉप्टर की मांग की। क्षेत्र पंचायत सदस्य महेंद्र सिंह बुदियाल ने भी एसडीएम से भेंट कर ग्रामीण की जान बचाने के लिए तत्काल हेलीकॉप्टर उपलब्ध कराने की प्रशासन से मांग की। इस पर दिन में मौसम ठीक होने पर हेलीकॉप्टर कनार गांव में उतरा और रोगी को उपचार के लिए पिथौरागढ़ पहुंचाया। गंभीर रूप से बीमार ग्रामीण को लगभग चौबीस घंटे बाद उपचार मिल सका। गाव से सबसे निकट 16 किमी दूर बरम में प्राथमिक उपचार की व्यवस्था है, परंतु मार्ग ध्वस्त होने से बरम तक रोगी को लाना संभव नहीं हो पाया। हेली सेवा इस विपदा के समय क्षेत्र वासियों के लिए किसी वरदान से कम नही है जो आड़े वक़्त काम आ सकी।