कुमाऊँ
जल जीवन मिशन की धीमी गति पर डीएम नाराज
जिलाधिकारी ने की जिला जल एवं स्वच्छता मिशन की समीक्षा
चम्पावत। जिला कार्यालय सभागार में जिलाधिकारी विनीत तोमर ने जिला जल एवं स्वच्छता (DWSM) मिशन की समीक्षा की। जल जीवन मिशन की धीमी गति पर जिलाधिकारी ने असंतोष प्रकट कर कड़ी नाराजगी व्यक्त की।
उन्होंने संबंधित अधिकारियों को समय से काम पूरा करने के सख्त निर्देश दिए। चेताया कि यदि गति तेज नहीं हुई तो आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की जल जीवन मिशन महत्वाकांक्षी योजना है। जिसका उद्देश्य प्रत्येक घर तक पेयजल पहुंचाना है। पेयजल निगम, जलसंस्थान, सिचाई विभाग योजना के कार्य त्वरित गति से करें। सर्वेक्षण और डीपीआर तत्काल तैयार करते हुए स्वीकृति के लिए उपलब्ध कराएंगे। उन्होंने कहा कि इस कार्य में किसी भी प्रकार की शिथिलता और लापरवाही नहीं बरती जाएगी। इसलिए कार्य को ईमानदारी से किया जाए। जहाँ कही भी आंगनबाड़ी केंद्रों, विद्यालयों, स्वास्थ्य केंद्रों में पेयजल संयोजन नहीं किए गए हैं वहां भी संयोजन त्वरित लगाए जाएं।
जिलाधिकारी ने बताया कि जल जीवन मिशन के अन्तर्गत समस्त घरों को वर्ष 2024 तक पाइप पेयजल और क्रियाशील गृह संयोजन उपलब्ध कराये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। भारत सरकार के निर्गत दिशा निर्देशों के अनुसार पाइप पेयजल योजना के कार्यों के त्वरित सम्पादन किया जाए।
उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी राजेन्द्र सिंह रावत को योजना की निरंतर समीक्षा करने के निर्देश दिए। बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी, मुख्य कृषि अधिकारी राजेन्द्र उप्रेती, ईई जल संस्थान बिलाल यूनुस, ईई पेयजल निगम वी0के पाल, ईई आर0डब्लू0डी0 केके जोशी, ईई सिंचाई भुवन पांडेय, डीपीआरओ सुरेश बेनी समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।