कुमाऊँ
पशुपालन विभाग एंबुलेंस 1962 की सभी लाइने व्यस्त, इमरजेंसी में टैक्सी चालक ने की मदद
रिपोर्ट – विनोद पाल
टनकपुर । आप को बता दें उत्तराखंड सरकार द्वारा पशुओं के लिए चलाई जा रही एंबुलेंस सेवा खानापूर्ति साबित होती हुई नजर आ रही है, मामला टनकपुर टैक्सी स्टैंड का है जहां एक अज्ञात वाहन द्वारा गाय के छोटे बच्चे को चोटिल कर दिया गया जिसके पिछले पैर में काफी चोट लगी है असहाय बेजुबान पशु की हालत देखते हुए उपचार हेतु पर्वत प्रेरणा पत्रकार विनोद पाल द्वारा उत्तराखंड सरकार द्वारा चलाई गई सेवा 1962 पर कॉल करी गई जिसकी सारी लाइने व्यस्त बताई जा रही थी,काफी देर तक एम्बुलेंस सेवा ना मिलने पर जब निरीक्षण किया गया तो देखा गया है कि 1962 टोल फ्री वाहन टनकपुर मेला टंकी पर मौजूद था जो की किसी काम नहीं आ सका वही तुरंत मैक्सी कैब स्वामी और चालक द्वारा तत्काल गोवंश को टनकपुर पशु चिकित्सालय पहुंचाया गया जहां पशु चिकित्सा अधिकारी विजय पाल के निर्देशन में फार्मेसिस्ट द्वारा घायल गोवंश को पेन किलर इंजेक्शन से राहत पहुंचाई गई जिसके बाद पशु चिकित्सालय के सामने बने गौशाला मैं गोवंश को पत्रकार विनोद पाल एवं गौ सेवकों की मौजूदगी में गौशाला के सुपुद्र किया गया जहाँ घायल गाय के बच्चे का उपचार जारी है,सवाल यह है की इंसानों के लिए एंबुलेंस 108 खेसारी रहने खुली रहती हैं लेकिन जब इमरजेंसी में पशुओं के लिए जारी की गई एंबुलेंस 1962 की सारी लाइने व्यस्त क्यों जाती हैं क्या बेजुबान पशुओं के लिए सरकार द्वारा चलाई गई सेवा सिर्फ खानापूर्ति है।