उत्तराखण्ड
पहाड़ों में फैलता नशे का कारोबार,शांत वादियों में हो रही जमकर नशाखोरी
हल्द्वानी। पहाड़ की शांत वादियों में अब नशाखोरी का धंधा जोरों पर चलने लगा है, खासतौर पर नाइससिला बेल बसानी मार्ग, हेड़ा खान मार्ग, नैनीताल -भीमताल मार्ग आदि अनेक स्थानों पर नशाखोरों द्वारा नशे का ही उपयोग नहीं किया जा रहा है बल्कि कूड़ा करकट डालकर शांत वादियों को दूषित भी किया जा रहा है। पर्वत प्रेरणा ने इन क्षेत्रों का जब दौरा किया तो कई जगहों पर नशेड़ियों की करतूत कैमरे में कैद की। यह यह जो कुछ तस्वीरें देखी जा रही हैं, मुझे तो ज्ञात नहीं लेकिन मेरे साथ जो मित्र थे उनका कहना है कि यह नशे के इंजेक्शन हैं आश्चर्यचकित होने की बात है हमारे पहाड़ी क्षेत्रों में भी इस प्रकार का नशा इंजेक्शन खूब फलने फूलने लगा है। नशे का कारोबार और सूंघने वाला नशा का तेजी से बढ़ रहा है। यहां पुल के समीप बैठकर नशेड़ियों ने आराम से नशे के इंजेक्शन लिए हैं। तस्वीरों को देखकर अनुमान लगाया जा सकता है कि यहां किस कदर नशेड़ियों के पांव पसर रहे हैं।
कुमाऊ की शांत वादियों में पहाड़ व गांव में इस तरह नशा पहुँच गया है कि उसने युवाओं को अपनी ओर कर लिया है। अफसोस और चिंता का विषय है अगर इस पर समय रहते लगाम नहीं लगी तो यह हमारे पहाड़ के युवाओं का भविष्य बर्बाद कर देगा। पहाड़ की शांत वादियों में अपराधिक घटनाएं भी नशे के कारण तेजी से बढ़ने लगी हैं। कई तरह के अपराध इसी के चलते हो रहे हैं। चोरी, डकैती, हत्या, लूटपाट और महिलाओं और लड़कियों से संबंधित अपराधों में भी ऐसे नशेड़ी निवृत्ति के लोगों द्वारा गलत कार्य किये जा रहे हैं।
स्पेशल हैट टाइप की टोपी लगाया व्यक्ति खुलेआम रोड के किनारे नशा करते नजर आए, उन्होंने कुछ सफेद टाइप का कागज पकड़ रखा था। अनुमान लगाया गया कि यह लोग स्मैक का नशा कर रहे हैं। प्रशासन को पहाड़ी क्षेत्रों में ऐसे तत्वों पर नजर रखनी चाहिए और इनके लिए चेकिंग अभियान चलाना भी चलाया जाना चाहिए। खास तौर पर फतेहपुर से अंदर मल्ला बेल बशानी तक और काठगोदाम से ऊपर परसोली रौशिला आदि जगह लोगों का कहना है कि यहां बाहर के लोगों की अत्यधिक आवाजाही रहती है। यहां आये दिन गाड़ियों को सड़क किनारे खड़ी कर दुकानों में नशा करते हुए आसानी से देखे जा सकते हैं।
रिपोर्ट-शंकर फुलारा