कुमाऊँ
औचित्यहीन हो गई पत्रकारों की जिला स्थाई समिति
अल्मोड़ा। पत्रकारों की समस्याओं के निस्तारण करने तथा पत्रकार हितों के लिए बनाई जाने वाली जिला स्थाई समिति पूरी तरह से औचित्यहीन बन गई है।
प्रदेश के लगभग सभी जिलों में बनाई जाने वाली जिला स्थाई समिति का लगभग एक सा हाल है। इन समितियों की आज तक कितनी बैठक हुई किसी को मालूम नहीं, अल्मोड़ा में जिलाधिकारी नितिन भदौरिया जिला स्थाई समिति का गठन तब कर गए जब उनका स्थानांतरण हुआ। इसी तरह कुमाऊं मंडल के नैनीताल, चंपावत,पिथौरागढ़ बागेश्वर में भी जिला स्थाई समितियों का गठन किया गया है, लेकिन इन समितियों की कब बैठक में होती हैं और इन बैठकों में क्या निर्णय लिये जाते हैं, आज तक किसी को मालूम नहीं है। नैनीताल जनपद में पिछले 3 समितियों के कार्यकाल में कभी कोई बैठक नहीं हुई। यहां जितने भी जिलाधिकारी आए और चले गए लेकिन इस समिति की कभी बैठक नहीं। बता दें कि अल्मोड़ा में जिलाधिकारी नितिन भदोरिया भी अपने पूरे कार्यकाल में चुपचाप रहे और जाते-जाते बिना किसी बैठक के स्थाई समिति का गठन कर गए।