कुमाऊँ
ईपीएस 95 पेंशन मामले को लेकर डॉ पंत ने घर पर रखा उपवास
हल्द्वानी। आज पुर देश में एक दिनी उपवास यानी अनशन कॉरोना नियम पालन करते हुए सब राज्यो में 68 लाख कर्मचारियों व कामदारो ने घर पर ही उपवास रखा । ईपीएस 95 पेंशन ईपीएफओ संगठन द्वारा स्वीकृत की जाती है। हाईकोर्ट ने अपने पक्ष मैं निर्णय दिया है फिर भी ईपीएफओ द्वारा एसएलपी सुप्रीमकोर्ट में डाल रखी है जिस पर वह हर बार अगली डेट ले लेते है । सेवा से निवृत कर्मचारियों व अधिकारियों। काम दारो को अब वकील रखना संकटपूर्ण है । उच्चतम न्यायालय के लिए हर बार अधिवक्ता हायर करना भी महंगा पड़ता है । एफसीआई से सेवानिवृत्त प्रबंधक डॉ जे सी पंत ने तयशुदा कार्यक्रम के तहत आज अपने घर पर ही एक दिवसीय उपवास रखा। डॉ पंत ने बताया कि ईपीएफओ की कुटिल चालों से सब सेवानिवृत कर्मचारी परेशान है । ईपीएस 95 में पेंशन का स्पष्ट प्राविधान है ।
उन्होंने कहा लोक सभा में भी मामला कई बार उठता जा चुका है । स्थानीय सांसद से भी संपर्क किया गया ,परंतु आज तक और इस कोराना काल में कहीं भी सुनवाई नहीं हुई ।केंद्रीय श्रम मंत्री संतोष गंगवार से भी संपर्क किया गया । उनका आश्वासन मात्र रहा परंतु धरातल पर कुछ नहीं हुआ । 2018 में कई राज्यों ने दिल्ली रामलीला ग्राउंड पर भी ध्यान आकर्षित करने के लिए सम्मलेन किया गया तब अशोक राउत राष्ट्रीय संयोजक के नेतृत्व में लड़ाई लड़ी गई। हर प्रांत के संयोजक के नेतृत्व में प्रदर्शन , अनशन , उपवास निर्धारित कार्यक्रम अनुसार आयोजित हो रहे हैं । आज घर पर उसी श्रखला का एक रूप है । जब तक पेंशन नहीं मिलती वरिष्ठ नागरिक संघर्ष कर रहे है ।