कुमाऊँ
ऑपरेशन वज्रपात के तहत जिले में खत्म होगा नशे का कारोबार
नैनीताल जिले में नशे का कारोबार दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है जिसकी वजह से पुलिस के द्वारा कई बार नशे के विरुद्ध अभियान चलाया गया लेकिन उसके बावजूद भी इन नशा का कारोबार करने वालों के कान में जूं तक नहीं रेंगी,नशे के सौदागर बाज आने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। बाज आने की छोड़िए, ये तो महिलाओं और बच्चों को भी भटका कर इस धंधे में शामिल कर रहे हैं।
अब नैनीताल पुलिस ने प्लान बना लिया। ऑपरेशन वज्रपात के तहत पूरे जिले से नशे को खत्म किया जाएगा। इसमें महिला पुलिस की टीम काम करेगी। इसके लिए तैयारी शुरू कर दी गई है।जिले की पुलिस ने नशे को खत्म करने कि लिए ऑपरेशन वज्रपात चलाया है। जिसमें नशे तस्करी से जुड़ी महिलाओं व बच्चों को काउंसलिंग के जरिए समझाया जा रहा है। राजपुरा क्षेत्र में इस तरह के मामले ज़्यादा सामने आए हैं। जिससे पुलिस को अब अधिक चिंता सताने लगी है। अबतक दो बार कोतवाली लाकर महिलाओं की काउंसलिंग भी की जा चुकी हैहोता यह है कि नशे के तमाम उत्पादों जैसे चरस, स्मैक आदि को तराई से भाबर की ओर लाया जाता है। इसके बाद महिलाओं और बच्चों के सहारे इसे बेचा जाता है। इसलिए तस्कर पकड़ में नहीं आ पाते। मगर अब पुलिस ने मन बना लिया है। इस ऑपरेशन को लेकर महिला दस्ता भी तैयार किया जाना है।बता दें कि महिला दस्ते में महिला पुलिस के साथ ही सिविलियन महिलाएं भी कार्यरत रहेंगी। इन्हीं की मदद से तस्करी के नेटवर्क को खत्म किया जा सकेगा। एसएसपी ने बताया कि नशे को जड़ से खत्म करना होगा। इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि शुरू किए गए कार्यों में कोरोनाकाल ने बाधा डाली है मगर महामारी से निपट कर महिला दस्ते का गठन किया जाएगा।समाज में नशे की तस्करी बढ़ना अपने आप में ही एक गंभीर विषय है। अब उसमें भी बच्चों व महिलाओं द्वारा यह तस्कर नशे के पैकेट इधर से उधर करवा रहे हैं। जिससे समाज पर बुरा असर पड़ना लाजमी है। बहरहाल ऐसे में महिलाओं की टीम बनाकर इस नेटवर्क की जड़ में पहुंचने के लिए प्रयास किया जाना है।