कुमाऊँ
प्रदेश में तमाम दावों के बाद भी बद से बदत्तर हो रहे हालात
हल्द्वानी। ज़िन्दगी पर लगातार मंडरा रहा कोविड-19 के खतरे ने एक बार फिर प्रदेश में हाहाकार मचा के रख दिया है। डरे-सहमे लोग आपने घरो में दुबकने को मजबूर है।हालांकि प्रदेश सरकार कोविड से निपटने को लेकर आये दिन बयान जारी कर रही है।सरकार का कहना है कि इस महामारी से पार पाने को लेकर उसके पास संसाधनों की कोई कमी नही है।परन्तु प्रदेश मे महामारी के बाद जो हालात दिख रहे है वह राज्य सरकार की कोविड से निपटने को लेकर की गई है तैयारियों को नकाफी साबित कर रहै है।यहाँ सवाल यह भी है कि यदि प्रदेश सरकार द्वारा बीमारी से पार पाने को लेकर मुकम्मल तैयारी की गई है तो प्रदेश मैं दिन प्रतिदिन अस्पतालों में मौतों का भयावाह आंकड़ा क्यो बढ़ रहा है ?क्यों मरीज वेंटिलेटर तथा ऑक्सीजन सिलेंडर के अभाव में दम तोड़ रहे हैं। बात साफ है या तो कोविड जैसी महामारी से पार पाने को लेकर जिस स्तर की तैयारियां की जानी थी वह नहीं हो पाई या फिर जिस महकमे( स्वास्थ्य विभाग) पर इस महामारी से पार पाने का पूरा दारोमदार टीका है उसके स्तर से वैसी तैयारियों को अंजाम नहीं दिया गया जिन पुख्ता तैयारियों की बात सरकार के मुखिया आए दिन अपने बयान में कह रहे हैं।
बहरहाल चूक चाहे किसी भी स्तर से रही हो उसका खामियाजा तो जनता को ही भुगतना पड़ रहा है । सरकार ने संकृमितो की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रदेश के लगभग सभी जिलों मैं कोविड कर्फ्यू लगा दिया ताकि कोरोनावायरस की चैन को तोड़ा जा सके परंतु कर्फ्यू के बाद भी संकृमितो के आंकड़ों में अब तक किसी प्रकार की कमी देखने को नहीं मिल रही है उल्टा संक्रमितो का आंकड़ा दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है इतना ही नहीं प्रदेश के अस्पतालों में मौतों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है।
हर रोज संक्रमितो की बढ़ती संख्या व मौतों का बढ़ता आंकड़ा अब डराने लगा है। ऊपर से धनपिशुओं ने जीवन रक्षक इंजेक्शन रेमिडीसार व आक्सीजन सिलेंडरों की कालाबाजारी कर जीवन पर गहरा ते इस संकट को और गहरा कर दिया है। लगातार बेकाबू होते हालात के मद्देनजर यदि सरकार ने इस महामारी से पार पाने के लिए समय रहते कोई ठोस कदम नहीं उठाए तो आने वाले समय में हालात और अधिक बदतर हो जाएंगे शायद तब हमारे पास इस महामारी से हो रही मौतों पर आंसू बहाने के सिवाय कोई विकल्प ही नहीं बचे ।
रिपोर्ट-राजकुमार केसरवानी