कुमाऊँ
पूर्व सैनिक संगठन की नाराजगी पड़ सकती है भाजपा को भारी
भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यक्रम में साफ दिखाई दिया पूर्व सैनिक संगठन के बहिष्कार का असर बिंदुखत्ता पूर्व सैनिक संगठन की नाराजगी भारतीय जनता पार्टी को आने वाले समय में बेहद भारी पड़ सकती है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि आज भारतीय जनता युवा मोर्चा द्वारा आयोजित पूर्व सैनिकों के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में पूर्व सैनिक संगठन के बहिष्कार का असर साफ दिखाई दिया और पूर्व सैनिकों की संख्या वहां पर उंगलियों में गिनने लायक थी जिसमें से अधिकतर पूर्व सैनिक बिंदुखत्ता से बाहर के थे ।
आज के कार्यक्रम में उत्तराखंड सरकार के उच्च शिक्षा आपदा राज्य मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए थे उनके साथ विधायक नवीन दुम्का भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष प्रदीप बिष्ट भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रकाश रावत समेत अनेक दिग्गज जुटे थे बावजूद इस कार्यक्रम में उपस्थित लोगों की संख्या 250 का आंकड़ा भी नहीं छू पाई ऐसे में यह अपने आप में एक यक्ष प्रश्न खड़ा हो रहा है कि बिंदुखत्ता में जहां सैकड़ों सैन्य परिवार हैं तथा यह क्षेत्र सैन्य बाहुल्य क्षेत्र माना जाता है तो पूर्व सैनिकों की इतनी कम संख्या आखिर क्यों पूर्व सैनिक संगठन का कहना है कि बहिष्कार के पीछे भारतीय जनता पार्टी द्वारा निरंतर उनकी की गई उपेक्षा है पूर्व सैनिक संगठन के अध्यक्ष खिलाफ सिंह दानू का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी पिछले 4 वर्षों से लगातार यहां के पूर्व सैनिकों को बेवकूफ बना रही है उनके द्वारा बिंदुखत्ता को राजस्व गांव बनाए जाने की मांग की गई इसके अलावा सैनिक जन मिलन केंद्र खोले जाने की मांग की गई बिंदुखत्ता में गोला नदी के तटवर्ती क्षेत्र मुक्तिधाम बनाए जाने की उन्होंने मांग की तथा प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र एवं सीएसडी कैंटीन खोले जाने की मांग की गई पूर्व सैनिक संगठन के अध्यक्ष खिलाफ सिंह दानू का कहना है कि बार-बार उन्हें आश्वस्त किया गया लेकिन अब तक कुछ नहीं किया गया और अब भारतीय जनता पार्टी सियासी लाभ लेने के लिए पूर्व सैनिकों को ढाल बना रही है ताकि पूर्व सैनिकों को ढाल बनाकर सैन्य परिवारों की भावनाओं से खेलते हुए उनकी भावनाओं को वोट बैंक में तब्दील किया जाए लेकिन भारतीय जनता पार्टी अपनी छदम नीति में कामयाब नहीं होगी उन्होंने कहा कि जब तक पूर्व सैनिकों की न्यायोचित मांगों को पूरा नहीं किया जाता वह हमेशा से इस प्रकार के कार्यक्रम का बहिष्कार करते रहेंगे इधर अब क्षेत्र में इस बात की भी चर्चा है कि भले ही राजस्व गांव का मुद्दा जरूर थोड़ा पेचीदा है लेकिन अन्य मामलों पर कम से कम सहानुभूति पूर्वक विचार हो जाना चाहिए था बहरहाल जो भी हो आज पूर्व सैनिकों ने भारतीय जनता पार्टी को उसकी नीतियों पर आईना जरूर दिखा दिया है जो भविष्य में भाजपा के लिए बेहद महंगा पड़ सकता है