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नहीं खुलेंगे भारत-पाक के गेट, ना मिलेंगे हाथ, वाघा बॉर्डर पर रिट्रीट के समय में भी हुआ बदलाव
अटारी बॉर्डर पर हर शाम होने वाला भारत-पाकिस्तान रिट्रीट सेरेमनी अब सर्दियों के चलते पहले शुरू किया जाएगा। बीएसएफ (सीमा सुरक्षा बल) ने बताया कि अब ये आयोजन शाम 5 बजे से 5:30 बजे तक होगा। पहले इसका समय 5:30 से 6 बजे तक था, लेकिन दिन के छोटे होने के कारण समय में यह बदलाव किया गया है। नया समय तुरंत प्रभाव से लागू भी कर दिया गया है।बीएसएफ के प्रोटोकॉल अधिकारी अरुण महल के मुताबिक, सर्दियों में सूरज जल्दी ढलने से यह कदम उठाया गया है ताकि पूरा सेरेमनी उजाले में ही सम्पन्न हो सके। वहीं, सुरक्षा कारणों से भारत-पाक सीमा गेट अब बंद रखे जा रहे हैं और दोनों देशों के जवानों के बीच पहले की तरह औपचारिक अभिवादन या हाथ मिलाने जैसी रस्में फिलहाल बंद रहेंगी। यह परंपरा बीएसएफ ने 24 अप्रैल से ही स्थगित कर दी थी।हालांकि, अटारी, हुसैनीवाला और सादकी बॉर्डर पर रोजाना ध्वज अवतरण समारोह (Beating Retreat Ceremony) पहले की तरह जारी है, चाहे पाकिस्तान की तरफ से रेंजर्स हिस्सा लें या न लें। इस कार्यक्रम में दोनों देशों के सैनिक शानदार परेड करते हैं, जो सूर्यास्त से ठीक पहले शुरू होती है। समन्वित अंदाज़ में दोनों देशों के झंडे नीचे किए जाते हैं और देशभक्ति से भरा माहौल पूरे बॉर्डर पर गूंज उठता है।लेकिन ऑपरेशन सिंदूर के बाद से भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा है, जिसके चलते अब सीमा पर गेट बंद रहते हैं। फिर भी, भारत की ओर से बीएसएफ के जवान पूरे जोश और अनुशासन के साथ यह परंपरा निभा रहे हैं, ताकि देशभक्ति और अनुशासन की यह प्रतीकात्मक रस्म जारी रहे।

