उत्तराखण्ड
कोतवाल को हटाने की मांग पर हल्द्वानी में उबाल
तीन दिन का अल्टीमेटम – राज्यव्यापी आंदोलन की चेतावनी
हल्द्वानी। हल्द्वानी में कोतवाल के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। बुधवार को पहाड़ी आर्मी के जिला अध्यक्ष मोहन कांडपाल के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए कोतवाल का पुतला दहन किया। विरोध में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुईं।

आक्रोश की वजह 8 अगस्त 2025 की घटना है, जब ज्योति मेऱ और मासूम अमित हत्याकांड के मामले में पहाड़ी आर्मी के संस्थापक अध्यक्ष हरीश रावत और मृतकों के महिला परिजन एसएसपी से मुलाकात करने गए थे। आरोप है कि इस दौरान कोतवाल ने हरीश रावत के साथ अभद्रता की और उनका कॉलर पकड़कर घसीटा, जैसे वे अपराधी हों। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया।

प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यह “पुलिसिया गुंडागर्दी” किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने साफ चेतावनी दी कि अगर तीन दिन के भीतर कोतवाल को पद से हटाकर उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई, तो आंदोलन राज्यव्यापी स्तर पर छेड़ा जाएगा।
जिला अध्यक्ष मोहन कांडपाल ने कहा, “पुलिस जनता की सुरक्षा के लिए है, न कि उनके साथ दुर्व्यवहार करने के लिए। यह लड़ाई व्यक्तिगत सम्मान के साथ-साथ जनता के अधिकारों की भी है। इस घटना ने पहाड़ की अस्मिता को ठेस पहुंचाई है।”
विरोध प्रदर्शन में जिला महामंत्री राजेंद्र कांडपाल, जिला प्रभारी हिमांशु शर्मा, सूबेदार मेजर दिनेश जोशी, फौजी कमलेश जेठी, युवा नगर अध्यक्ष विनोद नेगी, सतीश फुलारा, दीपा पांडे, इंजीनियर गोकुल मेहरा, एडवोकेट मोहन कांडपाल, दीपक चंद गोस्वामी, कैलाश डाला कोठी, विजय भंडारी, एडवोकेट नवीन चंद तिवारी, पवन सिंह जाला, प्रेम मेर, मुन्नी देवी, गीता बिष्ट, रुचि भंडारी, हरेंद्र राणा, कल्पना चौहान, लोकेश कंवल, त्रिलोक सिंह मटियाली, धन सिंह सहित दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद रहे।

