उत्तराखण्ड
यहां डीएम ने लालटेन के सहारे किया विकास कार्यों का निरीक्षण
गढ़वाल क्षेत्र में जिलाधिकारी डाॅ.विजय कुमार जोगदंडे देर रात्रि ग्रामसभा असगढ़ पहुंचे, जहां उन्होंने उपस्थित अधिकारी और ग्रामीणों की मौजूदगी में लालटेन के सहारे विकास कार्यो का निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने गांव में हुए बेहतर कार्य पर ग्रामीणों की तारीफ करते हुए कहा कि अन्य गांव के ग्रामीणों को भी इसी तहर विकास कार्यो में अपनी सहभागिता बनाये रखना चाहिए। जिलाधिकारी ने बैठक कर ग्रामीणों की समस्या और निस्तारण के लिए अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश।जिलाधिकारी डाॅ. विजय कुमार जोगदंडे इन दिनों गांव-गांव जाकर लोगों की समस्याओं का समाधान कर रहे हैं।
गांव भ्रमण निरीक्षण कार्यक्रम के तहत विकासखंड एकेश्वर के मलेथा गांव की निरीक्षण के बाद जनपद के विकास खंड कल्जीखाल के बूंगा और असगड़ गांव पहुंचकर जल जीवन मिशन के तहत हो रहे कार्यों का निरीक्षण किया। जिलाधिकारी को गांव में देखकर लोग खुश नजर आए।
ग्रामीणों ने जिलाधिकारी का गांव में पहुंचने पर पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। उन्होंने ग्रामीणों के साथ देर रात को लगभग 02 घंटे से ऊपर जल जीवन मिशन के तहत हो रहे कार्यों पर चर्चा की। साथ ही उन्होंने लालटेन के माध्यम से गांव में बने वर्मी कम्पोस्ट, सामुदायिक शौचालय और रास्तों का जायजा भी लिया।उन्होंने गांव में बेहतर कार्य होने पर ग्रामीणों की तारीफ कर कहा कि अन्य ग्रामीणों को भी इसी तरह अपने-अपने गांव में विकास कार्य करना चाहिए। जिससे गांव की एक अलग पहचान बन सकेगी। उन्होंने गांव में जल जीवन मिशन के अंतर्गत लगे नलों का निरीक्षण भी किया।
इससे पहले जिलाधिकारी डॉ. जोगदंडे ने कल्जीखाल विकासखण्ड के बूंगा गांव पहुंचे, उन्होंने जल जीवन मिशन के तहत गांव में हो रहे कार्यों की जानकारी ग्रामीणों से ली। उन्होंने ग्रामीणों को कहा कि अधिकारियों के साथ समन्वय बनाकर कार्य करें, जिससे गांव में जल्द से जल्द पानी आ सकेगा। साथ ही उन्होंने सम्बन्धित अधिकारी को निर्देशित किया कि गांव में समिति बनाकर पेयजल में आ रही समस्या को लेकर बैठक कर निस्तारित करना सुनिश्चित करें।आंगनबाड़ी, पंचायत घर, प्राथमिक विद्यालय और जो परिवार पेयजल कनेक्शन से छूट गए हैं, वहां भी जल्द कनेक्शन लगवाना सुनिश्चित करें। इस दौरान पेयजल अधिकारी को गांव के परिवारों की जानकारी सही न होने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जाहिर की। उन्होंने सम्बन्धित अधिकारी को निर्देशित किया कि गांव में बैठक कर परिवारों की संख्या सही रूप से उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।