कुमाऊँ
राष्ट्रीय संगोष्ठी के समापन पर होली की धूम
—सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से कलाकारों ने मन मोह लिया
हल्द्वानी। कथाकार-पत्राकार स्व. आनन्द बल्लभ उप्रेती स्मृति समारोह पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी के समापन पर आज तीसरे चरण का होली आयोजन आरम्भ हो चुका है। संगीतज्ञ डाॅ.पंकज उप्रेती ने होली के तृतीय चरण की घोषणा करते हुए प्रस्तुति दी-
‘शिव सुमिरन जिन जाना,
सोइ नर ब्रह्म समाना’
इससे पहले हरीश चन्द्र सिंह पांगती की अध्यक्षता और आचार्य धीरज उप्रेती के संचालन में हुए कार्यक्रम में संस्थान की वरिष्ठ कलाकार कविता मेहरा, कनिका जोशी व साथियों ने गणपति को भज लीजे की प्रस्तुति दी। कमल तिवारी, शुभम पोखरिया व साथियों ने ‘मैं तो वृन्दावन जाऊं’ की प्रस्तुति दी।
आचार्य धीरज उप्रेती के निर्देशन में लोकेश कुमार, पंकज जोशी, शुभम मठपाल, गौरव वर्मा, कमल तिवारी, आशुतोष उप्रेती सहित तमाम युवाओं ने अपनी प्रस्तुति दी। इस अवसर पर डाॅ. सन्तोष मिश्र, श्रीमती शकुन्तला गरब्याल, श्रीमती रंजना गुन्जयाल, श्रीमती ईश्वरी रौंकली, श्रीमती सुनीता दताल, श्रीमती सनम दताल, श्रीमती गंगा रौकली, श्रीमती गीता उप्रेती, आरती उप्रेती, तनुजा जोशी गुलमोहर, श्रीमती आरती उप्रेती, राजेश्वरी बौनाल, विमला दताल, पुष्पा रौतेला, पुष्पा दुग्ताल, एडवोकट पुष्पराज गरब्याल, रोहित भट्ट, उक्रांद नेता दिनेश भट्ट, भाजपा नेता विनोद जायसवाल, पार्षद मधुकर श्रोतिया, पत्रकार महेश जोशी, ओ.पी.पाण्डे, चन्द्रशेखर जोशी, शैलेन्द्र सिंह नेगी, जीवन दुग्ताल, नरेन्द्र सिंह दताल, करन गुन्जयाल, शेर सिंह दताल, पूर्व निदेशक शेर सिंह ग्वाल, मदन सिंह ग्वाल, अरविन्द सिंह गरब्याल, मोहन चन्द्र काण्डपाल, नैनीताल समाचार के सम्पदाक राजीव लोचन साह, पंकज पाण्डे, वरिष्ठ अधिवक्ता राम सिंह बसेड़ा, महात्मा गांधी कालेज के प्रबन्ध्क मोहन सिंह बोरा, जहीर अंसारी, ललितमोहन जोशी, दलजीत सिंह कालाकोटी, दीप चन्द्र तिवारी, विजय काण्डपाल, कन्हैया लाल जायसवाल, भुवन चन्द्र पाण्डे, सुरेश चन्द्र पाण्डे, उमेश पाण्डे सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
38 विद्वानों ने शोध पत्र प्रस्तुत किये-
दो दिवसीय संगाष्ठी में 38 विद्वानों ने हिमालयी कला, विज्ञान, वाणिज्य पर अपने शोध पत्रों को प्रस्तुत किया। इनमें प्रोफेसर अतुल जोशी, डाॅ. हीरा सिंह भाकुनी, डाॅ.किरन चन्द्र पन्त, डाॅ. सुमन कुमारी, डाॅ. भावना पन्त, डाॅ. मीनाक्षी राणा, डाॅ. सुषमा मक्कड़, डाॅ. दीपा गोबाड़ी, डाॅ. जयश्री भण्डारी, डा. भुवन तिवारी, डाॅ. सुरेश टम्टा, डाॅ. गोकुल सत्याल, डाॅ. भूपनारायण शामिल हैं।
ट्रस्ट की तैयारी-
लला जसुली बूढ़ी शौक्याणी की विरासत को संवारने के लिये ट्रस्ट बनाने की तैयारी की जा रही है। डा. पंकज उप्रेती ने बताया कि इसके लिये पिछले तीन महीने से मंथन किया जा रहा है और इससे जुड़े महानुभावों को सम्पर्क किया गया है।
तीसरे चरण की होली-
हिमालय संगीत शोध् समिति ने तीसरे चरण की होली की शुरुआत कर दी है, जिसमें शिवमय रचनाओं का गायन होेने लगा है। होली का रंग पड़ने के दिवस तक तीसरे चरण की होली होगी।