उत्तराखण्ड
निराश्रित आवारा गौवंशीय पशुओं की आपसी भिड़ंत में व्यापार मंडल उपाध्यक्ष आये चपेट में हुए घायल
रिपोर्ट – विनोद पाल
टनकपुर – आवारा घूम रहे निराश्रित गौवंशिय पशुओं की आपसी भिड़ंत में अब आम जनता शिकार होने लगी है ज्ञात हो विगत दिन लाल इमली पड़ाव निवासी एक बुज़ुर्ग महिला को एक सांड नें घायल कर अस्पताल के बेड तक पंहुचा दिया था वहीं अब ऐसा ही मामला मंगलवार की देर शाम को सामने आया है बता दें पुराना कस्तूरबा गांधी आवास के समीप पड़े कूड़े के ढेर पर दो आवारा गोवंशीय आपस में भिड़ रहे थे इसी दौरान
टनकपुर व्यापार मंडल उपाध्यक्ष अंकित अग्रवाल अपने दफ्तर से घर की ओर मोटरसाइकिल से जा रहे थे तभी अचानक आपस में लड़ रहे आवारा गोवंशीय नें उन्हें अपनी चपेट में ले लिया जिस कारण वह बुरी तरह घायल हो गए जैसे तैसे आनंद फानन में वहां से भाग कर उन्होंने अपनी जान बचाई अंकित अग्रवाल ने बताया जल संस्थान के पीछे पुराना कस्तूरबा गांधी आवास के समीप अक्सर कूड़े का ढेर पड़ा रहता है जहां आए दिन आवारा पशुओं का जमावड़ा लगा रहता है जहां कई बार देखा गया है की भूखे आवारा पशु आपस में भीड़ जाते हैं ऐसे में वहां से गुजर रहे स्थानीय लोगों को उनकी चपेट में आने का खतरा बना रहता है और बताया कल मंगलवार लगभग रात्रि 9:00 बजे के करीब जब वह अपने घर जा रहे थे तो आवारा पशुओं की जोरदार भिड़ंत में वह उनकी चपेट में आ गए जिस कारण वह बुरी तरह जख़्मी हो गए वहीं दूसरी और जिला प्रशासन के निर्देशन पर नगर पालिका परिषद प्रशासन द्वारा शहर में घूम रहे निराश्रित आवारा गोवंशियों को सुरक्षित पड़कर पंजीकृत गौशाला में भेजने का कार्य लगातार कर रहा है वहीं प्रशासन की ओर से गौवंशीय पालकों से कई बार अपील भी की जा चुकी है की वह अपने पशुओं को आवारा घूमने के लिए ना छोड़े लेकिन प्रशासन की इस अपील का गौवंशिय पालकों पर कोई असर देखने को नहीं मिल रहा है क्योंकि एक तरफ प्रशासन आवारा गोवंशियों को पंजीकृत गौशाला में भेजने का कार्य कर रहा है तो दूसरी और शहर के बाजार गली मोहल्ले व चौराहो पर आवारा घूम रहे गोवंशियों की तादाद कम होने का नाम नहीं ले रही है