कुमाऊँ
बजाए हवाई दौरे,आपदा से निपटने को दीर्घकालिक योजना बनाएं : बल्यूटिया
हल्द्वानी। केंद्रीय ग्रह मंत्री अमित साह के बयान पर टिप्पणी करते हुए कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता दीपक बल्यूटिया ने कहा कि केंद्रीय मंत्री हेलीकाप्टर से ज़मीनी हकीकत का ठीक से आँकलन नही कर पाए। जहाँ 69 लोगों की जान चली गई और कई घर व खेती की जमीन बह गई, परिवार के मुखिया की मौत हो गई, ऐसे में ग्रह मंत्री के अपरिपक्व बयान से जनता की उम्मीद को भारी झटका लगा है। एक तरफ ग्रह मंत्री का बयान कि कम नुकसान हुआ और दूसरी तरफ आँकलन के जल्द टीम भेजने की बात दोनो परस्पर अपने आप में विरोधा भाषी बयान हैं।
सच्चाई यह कि मंत्रियों के हवाई दौरा करने से प्रशासनिक अधिकारी जिन्हें आपदा प्रबंधन में जुटना चाहिये वो मंत्रियों की प्रोटोकाल में व्यस्त होते दिखाई दे रहे हैं जिससे आपदा प्रबंधन का कार्य बाधित हो रहा है।
श्री बल्यूटिया ने कहा कि इस आपदा के दूरगामी, दुष्परिणाम होंगे जिसके लिए सरकार को हवाई दौरे इवेंट के बजाए ठोस नीति बनानी चाहिए।
उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रभावित राज्य है जोकि भूकम्प, बादल फटने, अतिवृष्टि, भूस्खलन, कृत्रिम झील के फटने आदि आपदाओं की जद में रहता है।सरकार को चाहिए दीर्घकालिक योजना बनानी चाहिये।
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता दीपक बल्यूटिया का कहना है कि राज्य में आई आपदा के बाद जनजीवन अस्त व्यस्त है। लोग जहां-तहां फंसे हुए हैं। जगह-जगह पर भूस्खलन होने से सड़कें और रास्ते बंद पड़े हैं। परंतु विडंबना यह कि केंद्र और राज्य की डबल इंजन भाजपा सरकार आपदा प्रभावितों को मरहम लगाने के बजाय हवा में उड़ रही है।
उन्होंने कहा अकेले नैनीताल जिले में 31 लोगों की मौतें हो चुकी हैं। दर्जनों लोग घायल हैं। दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कें और रास्ते बंद होने से ग्रामीण मदद की गुहार लगा रहे हैं। बड़ी संख्या में लोगों के घर हस्त हो चुके हैं। खेतों में भूस्खलन होने से पूरी तरह टूट चुके हैं। बिजली पानी की व्यवस्था ठप है। ग्रामीण खुद अपने रास्ते और सड़कें खोलने में जुटे हुए हैं। प्रभावित लोगों को राहत सामग्री पहुंचाने के बजाय मुख्यमंत्री और भाजपा के मंत्री सिर्फ हवाई दौरों तक सीमित हैं।
















