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उत्तराखण्ड

अन्तर्राष्ट्रीय बालिका दिवस: बाल अधिकारों पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

रूद्रपुर । बुधवार को अन्तर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर बाल अधिकारों की जानकारी देते हुए उत्तराखण्ड बाल अधिकार संरक्षण आयोग अध्यक्ष डॉ0 गीता खन्ना की अध्यक्षता में संवेदीकरण व जागरुकता हेतु एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।

कलेक्ट्रेट स्थित एपीजे. अब्दुल कलाम सभागार में कार्यशाला का शुभारम्भ अध्यक्ष व सदस्यों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। उन्होंने कहा कि जब से बाल संरक्षण आयोग के पद की जिम्मेदारी उन्हें मिली है तब से मुझे मेरी सबसे बड़ी खुशी इस बाल विधान सभा का गठन करने में होती है। उन्होने कहा कि मेरी बाल विधायिका सर्मपण भाव से मेरे दूत का कार्य कर रही है। उन्होने कहा कि बाल विधायिकाओं के कार्यो पर में सबसे ज्यादा गर्व महसूस करती हूँ। उन्होने बाल विधायिकाओं से कहा कि आपको एक राज नेता नही बल्कि एक अच्छा लीडर बनना है। उन्होने कहा कि देश के प्राधानमंत्री द्वारा महिलाओं/बालिकाओं के अधिकारों के लिए एक लीडर के तौर पर अनेकों कार्य किये जा रहे हैं। उन्होने अन्तर्राष्ट्रीय बालिका दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमारी भारतीय संस्कृति के अनुसार देश भर में प्रतिवर्ष दो बार कन्यापूजन कर भी बालिकाओं का सम्मान किया जाता है।
सदस्य दीपक गुलाटी ने नौनिहालों को अपने भविष्य को उज्ज्वल बनाने के लिए अनुशासन व संस्कारवान शिक्षा की उपयोगिता के बारे में विचार रखे। और कहा कि जहां बेटियों और मातृ शक्ति की पूजा होती है वहां ईश्वर स्वंय निवास करते है और आने वाला समय हमारी बेटियों का ही है। सदस्य विनोद कपरवाण ने भी आयोग द्वारा किये गये कार्यो की विस्तृत जानकारी दी। साथ ही सदस्य श्रीमती सुमन रॉय ने महिला सश्क्तिकरण पर विशेष गौर देने की आवश्यकता बतायी और कहा कि बच्चों की प्रथम पाठशाला माता-पिता होते हैं।
कार्यशाला के उपरान्त अध्यक्ष ने संबन्धित विभागों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होने जिला कार्यक्रम अधिकारी व जिला समाज कल्याण अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि सरकार द्वारा चलायी जा रही महिलाओं/बालिकाओं के लिए योजनाओं का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करें। ताकि किसी भी क्षेत्र में योजनाओं से वचिंत रह रही महिलाए व बालिकायें बड़-चड़ कर योजनाओं का लाभ ले सकें।
बैठक में उपस्थित आयोग की सदस्य रेखा रौतेला, अनुसचिव एस.के.सिंह, डीपीओ. उदय प्रताप सिंह, जिला प्रोवेशन अधिकारी व्योमा जैन, मुख्य शिक्षा अधिकारी रमेश चन्द्र आर्या, एसीएमओ डा0 राजेश आर्या, बाल विकास परियोजना अधिकारी हेेमा काण्डपाल, विभिन्न विद्यालयों से आये प्रधानाचार्य, अध्यापकगण व समस्त बालिकाऐं उपस्थित थीं।

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