उत्तराखण्ड
खड़िया के लिए खोदे गए गड्ढे हादसे को दे रहे हैं दावत
कांडा,बागेश्वर। खड़िया खोदने के बाद पट्टेदार गड्ढे को बंद करना भूल गया। पानी से भरा यह गड्ढा हादसों की दावत दे रहा है। जिससे बागेश्वर की कांडा तहसील के धाप्ती गांव के लोगों में दहशत का माहौल है. खनन गड्ढे में पूर्व में दो मासूमों की मौत हो चुकी है. इसके बावजूद पट्टेदारों की मनमानी पूरी नहीं हो रही है। लोगों ने प्रशासन से पट्टेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
गौरतलब है कि खड़िया, आई. जिले में चाक (कैल्शियम कार्बोनेट) का खनन बहुतायत में होता है। करीब 95 पट्टों पर खनन होता है। खनन मानकों के अनुसार 30 जून को खड़िया का खनन रोक कर जिन गड्ढों से खनन हुआ है, उन्हें भरने का कार्य किया जाता है. यह काम किसी भी हाल में 15 जुलाई तक करना है। इसके बाद वृक्षारोपण और अन्य सामाजिक कार्य किए जाते हैं। लेकिन धाप्ती गांव में खनन एक खदान संचालक द्वारा किया गया है, लेकिन गड्ढों को आज तक नहीं भरा गया है. अब इन गड्ढों में बारिश का पानी भर गया है। एहतियात के तौर पर पानी से भरे गड्ढों के आसपास कोई फेंसिंग नहीं है. इसको लेकर ग्रामीणों ने उप जिलाधिकारी कार्यालय कांडा को शिकायती पत्र सौंपा. इधर, प्रकाश धामी, धर्मेंद्र सिंह, गोपाल सिंह, प्रताप सिंह धामी ने समस्या का जल्द समाधान नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है. उधर, डिप्टी कलेक्टर/एसडीएम राकेश चंद्र तिवारी ने कहा कि यह जांच का विषय है. तत्काल टीम भेजकर जांच की जाएगी, यदि उक्त खदान में वास्तव में गड़बड़ी पाई जाती है तो किसी भी मामले में कार्रवाई की जाएगी।