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आईटीआई परिसर में बनाए जा रहे बिजलीघर का निर्माण आईटीआई कार्मिकों ने रोका
मीनाक्षी
हल्द्वानी। आईटीआई परिसर में बनाए जा रहे बिजलीघर का निर्माण आईटीआई कार्मिकों ने रोक दिया है। मौके पर पहुंची ऊर्जा निगम की टीम पर कर्मचारियों ने बिना अनुमति के निर्माण कार्य किए जाने का आरोप लगाया। इस दौरान भूमि हस्तांतरण का पत्र अभियंता नही दिखा सके। कर्मचारियों के विरोध को देखते हुए टीम को काम रोक कर वापस लौटना पड़ा। हल्द्वानी शहर और ग्रामीण डिविजन में विद्युत उपभोक्ताओं की संख्या लगातार बढ़ने के कारण बिजली की खपत अधिक होने से अधिकांश क्षेत्रों में लो वोल्टेज की समस्या बनी रहती है। इसके समाधान के लिए ऊर्जा निगम नए बिजलीघर बना रहा है।सोमवार को डहरिया आईटीआई परिसर में प्रस्तावित बिजलीघर का निर्माण शुरू करने के लिए विभागीय अभियंताओं की टीम कार्मिकों के साथ मौके पर पहुंची। जगह को खाली करने के लिए यहां बने टीन शेड को खोलना शुरू किया गया। इसकी जानकारी मिलते की आईटीआई में कार्यरत कार्मिकों ने मौके पर पहुंच कर की जा रही कार्रवाई का विरोध शुरू कर दिया। कहा कि परिसर में बिजलीघर बनाए जाने से कर्मचारियों के साथ ही छात्रों को दुर्घटना का खतरा बना रहेगा। बताया कि इस मामले में पूर्व में शासन को पत्र भेजा गया है। वहीं अब बिना भूमि हस्तांतरण के ऊर्जा निगम निर्माण कर रहा है। आईटीआई कार्मिकों ने केवल सर्वे रिपोर्ट को आधार बना कर बिजलीघर बनाए जाने का विरोध किया। इस दौरान हस्तांतरण का अनुमति पत्र मांगे जाने पर ऊर्जा निगम के अभियंता नही दिखा सके। बिना अनुमति पत्र के बिजलीघर बनाए जाने का विरोध बढ़ने पर टीम मौके से वापस लौट गई। अब ऊर्जा निगम इसके लिए जिला प्रशासन को पत्र भेजने की तैयारी कर रहा है। सयुंक्त निरीक्षण में सही पाई गई थी जगह बिजलीघर की जरूरत को देखते हुए 2024 में विभागों की संयुक्त टीम ने आईटीआई परिसर में खाली पडी जमीन का निरीक्षण किया था। इसमें तत्कालीन उपजिलाधिकारी के साथ उर्जा निगम और लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता व आईटीआई के प्रधानाचार्य मौजूद रहे। निरीक्षण के बाद जिलाधिकारी को सौंपी रिपोर्ट में टीम ने जगह को उपयुक्त पाया। इसके आधार पर ऊर्जा निगम ने बिजलीघर निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कर कार्रवाई शुरू की है। क्षेत्र में बनी रहती है लो वोल्टेज की समस्या डहरिया, जज फार्म, मुखानी, रूपनगर के साथ ही स्थानीय कॉलोनियों में रहने वाले बीस हजार से ज्यादा उपभोक्ताओं को सालभर लो वोल्टेज की समस्या बनी रहती है। कमलुवागाजा बिजलीघर से दूरी होने पर यहां लोगों को दिक्कतों का सामना करना पडता है। इसके समाधान के लिए ही विभाग ने नया बिजलीघर बनाने की कवायद शुरू की है। वहीं अब कर्मचारियों के विरोध से निर्माण लटक गया है। सात फीडर का निर्माण भी लटका बिजली सप्लाई को बेहतर किए जाने के लिए बिजलीघर के निर्माण के बाद यहां सात फीडर का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है। आईटीआई परिसर में बनने वाले बिजलीघर से ही फीडर को जोड़ा जाएगा। वहीं बिजलीघर का निर्माण शुरू नही होने से विभाग फीडर बनाने की कार्रवाई भी शुरू नही कर सका है। ट्रांसफार्मर के लिए भी नही मिलती जगह कॉलोनियों में उपभोक्ताओं की संख्या ज्यादा होने पर नए ट्रांसफार्मर लगाने की मांग लगातार बनी रहती है। इसके लिए ट्रांसफार्मर उपलब्ध होने के बाद भी जगह नहीं मिलने पर इसे लगाया जाना मुश्किल बना रहता है। इससे महानगर का आकार ले रहे हल्द्वानी में लगातार बिजली से जुड़ी समस्याएं बढ़ रही है। बोले अधिकारी : जिला प्रशासन की मंजूरी के बाद मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार बिजलीघर आईटीआई परिसर में बनाया जा रहा है। प्रस्तावित जगह राजस्व की होने के कारण इसके लिए जिला प्रशासन से अनुमति ली गई है। बेगराज सिंह, अधिशासी अभियंता ऊर्जा निगम निर्माण कार्य का कर्मचारियों द्वारा विरोध किए जाने की जानकारी मिली है। बिजलीघर से होने वाले खतरे के लिए शासन को अवगत कराया गया है। बिना भूमि हस्तांतरित हुए निर्माण नहीं करने को कहा गया है। संजय खेतवाल, निदेशक, कौशल विकास प्रशिक्षण निदेशालय

