कुमाऊँ
किशोरी को किया था 9 साल पहले अगवा अब आए पकड़ में,एक ने की शादी, बड़ा सवाल,सजा मिलेगी या नहीं
उधम सिंह नगर जिले के रुद्रपुर इलाके से एक बड़ी खबर सामने आ रही है बता दें कि एक किशोरी को नौ साल पहले अगवा करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने पकड़ लिया है। उन पर पुलिस ने ढाई—ढाई हजार रूपये का इनाम भी घोषित कर रखा था। अब बालिग हो चुकी युवती से एक राजस्थान निवासी आरोपी ने विवाह भी कर लिया है और उनके बच्चे भी है।
एक आरोपी को राजस्थान के अलवर जिले से और दूसरे को उत्तराखंड के रूद्रपुर से गिरफ्तार किया गया है। स्पेशल टास्क फोर्स के एसएसपी अजय सिंह के अनुसार वर्ष 2012 में 16 मार्च को रुद्रपुर निवासी एक व्यक्ति ने पुलिस को तहरीर सौंप कर बताया था कि राजस्थान के अलवर जिला के बिदरका गांव निवासी अंशु राजपूत चंदन उसकी 15 साल की पुत्री को अगवा कर ले गए हैं। इस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी थी। काफी कोशिशों के बावजूद वे पुलिस के हाथ नहीं लगे मजबूरन पुलिस ने उनपर ढाई-ढाई हजार का इनाम रख दिया।
इस बीच मुखबिर ने एसटीएफ को जानकारी दी कि चंदन अपने गांव में बिदरका पूरे नौ साल बाद आया है। इस पर एसटीएफ देहरादून की टीम आनन फानन में राजस्थान के लिए रवाना की गई और चंदन को गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद उससे पूछताछ की गई तो उसने बताया कि अंशु भी उसके संपर्क में है वह ऊधमसिंहनगर में है। इस पर कार्रावाई करते हुए एसटीएफ ने अंशु राजपूत को भी रूद्रपुर से गिरफ्तर कर लिया। उन्हें किशोरी को अगुवा करने के जुम्र में अदालत में पेश करने के लिए भेजा जा रहा है।
उधर कहानी में ट्विस्ट यह है, चंदन ने बताया कि उसने उस युवती से विवाह कर लिया है और अब उनके बच्चे भी है। कहते हैं न देर से मिलने वाला न्याय भी अन्याय के बराबर होता है। अब इस कहानी में भी यहीं होता दिख रहा है। जब आरोपियों ने अपराध किया था तब वे पकड़े में नहीं आये, अब जब वे नौ साल बाद पकड़े गए हैं और उन्हें तब किए गए अपराध की सजा मिलने की प्रक्रिया शुरू हो रही है तब उनमें से एक उसी लड़की का पति है। उसे सजा मिलने के मतलब बच्चों के सिर से पिता का हाथ हटना ही माना जाएगा। बहरहाल मामले में कार्यवाही की जा रही है।