कुमाऊँ
देर सायं हल्द्वानी पहुँचा इंदिरा का पार्थिव शरीर, आज होगा राजकीय सम्मान से दाह संस्कार
हल्द्वानी की आयरन लेडी, गरीबों की मसीहा कहलाने वाली नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृयदेश का पार्थिव शरीर देर सायं हल्द्वानी पहुंचा। दिल का दौरा पड़ने से रविवार को दिल्ली में उनका निधन हो गया, वह 80 वर्ष की थीं। उनके पुत्र सुमित ह्रदयेश मां का शव लेकर तीन बजे दिल्ली से निकले थे, देर सायं अपने हल्द्वानी स्थित आवास पहुंचे।वहां पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए पहले से कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे। सभी की आंखे नम थी। किसी को विश्वास नहीं हो रहा था कि जो इंदिरा ह्रदयेश उन्हें मार्गदर्शन देती थी वह अब इस दुनिया में नहीं रही।देर रात तक इंदिरा के दर्शन करने वालों का तांता लगा रहा, भारी भीड़ के साथ लोग मौजूद रहे।नेता प्रतिपक्ष इंदिरा ह्रदयेश के निधन के बाद राज्य में एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया। इसके अलावा हल्द्वानी व्यापार मंडल ने भी आधे दिन बाजार बंद करने का फैसला किया है।नेता प्रतिपक्ष इंदिरा ह्रदयेश का अंतिम संस्कार चित्रशिला घाट में होगा। उन्हें श्रद्धाजंलि देने के लिए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत भी हल्द्वानी पहुंचेंगे। कार्यकर्ताओं के दर्शन के लिए उनका शव कांग्रेस कार्यालय स्वराज आश्रम में भी रखा जाएगा।उसके बाद शव यात्रा चित्रशिला घाट रानीबाग को रवाना होगी।
बता दें कि उनके निधन का समाचार सुनते ही दिल्ली में मौजूद प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस महासचिव हरीश रावत, उत्तराखंड कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह राज्य सभा सदस्य प्रदीप टम्टा, और केसी वेणुगोपाल सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेता उत्तराखंड सदन पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि दी। वह शनिवार को दिल्ली में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी देवेंद्र यादव की अध्यक्षता में राज्य में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों की रणनीति पर चर्चा को लेकर हुई एक महत्वपूर्ण बैठक में शामिल हुई थीं।