उत्तराखण्ड
हरिद्वार में बड़ा हादसा टला: गंगा की लहरों में बह गए थे एक ही परिवार के पांच कांवड़िए, एसडीआरएफ ने बचाई जान
हरिद्वार में कांवड़ मेले के दौरान बड़ा हादसा टल गया, जब गंगा नदी में डूबते-डूबते एक ही परिवार के पांच सदस्य बाल-बाल बच गए। मामला कांगड़ा घाट का है, जहां फारुखनगर, गुड़गांव से आए एक परिवार के सभी लोग गंगा स्नान कर रहे थे। इसी दौरान वे गंगा की तेज लहरों और गहराई का अंदाजा नहीं लगा सके और बहाव में बहते चले गए। घाट पर मौजूद श्रद्धालुओं की चीख-पुकार सुनकर अफरा-तफरी मच गई और तुरंत एसडीआरएफ को सूचित किया गया।
मौके पर पहुंचे एसडीआरएफ के जवानों ने बिना देर किए राफ्ट की मदद से सभी पांचों लोगों को सकुशल नदी से बाहर निकाल लिया। इस मुश्किल रेस्क्यू ऑपरेशन की कमान संभाल रहे एसआई आशीष त्यागी ने बताया कि पानी का बहाव काफी तेज था, लेकिन टीम ने जान जोखिम में डालकर सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। उन्होंने यह भी बताया कि अब तक कांवड़ मेले की शुरुआत से लेकर अब तक एसडीआरएफ 30 से ज्यादा श्रद्धालुओं की जान बचा चुकी है।
डूबने से बचे सभी लोग कांवड़ यात्रा पर निकले हुए थे और गंगाजल भरकर आगे बढ़ने ही वाले थे कि अचानक यह हादसा हो गया। गनीमत रही कि समय रहते रेस्क्यू हो गया, नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था। परिजनों ने एसडीआरएफ की तत्परता और बहादुरी की जमकर तारीफ की और उन्हें धन्यवाद भी दिया।
वहीं एसआई आशीष त्यागी ने सावन में गंगा स्नान करने आ रहे श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे पूरी सतर्कता बरतें क्योंकि भारी बारिश के चलते गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है और बहाव भी बेहद तेज है। जरा सी लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है।

