उत्तराखण्ड
गौशाला को स्थाई घोषित करने सहित चार सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन
विनोद पाल
टनकपुर। पंचमुखी गौशाला के गौ सेवकों ने शुक्रवार को टनकपुर स्थित मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय पहुंचकर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को संबोधित चार सूत्रीय ज्ञापन सौंपा।
गौ सेवक हेमंत बिष्ट ने बताया कि टनकपुर में फिलहाल केवल दो गौशालाएं संचालित हैं, जिनमें पंचमुखी गौशाला एक एक्सीडेंटल गौशाला के रूप में कार्यरत है। यहां सड़क हादसों में घायल व निराश्रित गौवंशीय पशुओं का उपचार किया जाता है। राष्ट्रीय राजमार्ग और नगर क्षेत्र में लगातार बढ़ रही दुर्घटनाओं के चलते घायल पशुओं की संख्या भी बढ़ रही है, जिससे उपचार की पर्याप्त व्यवस्था की आवश्यकता महसूस हो रही है।
गौ सेवकों द्वारा ज्ञापन में चार प्रमुख मांगें रखी गईं—
1. पंजीकृत पंचमुखी गौशाला को स्थानांतरित न कर स्थाई गौशाला घोषित किया जाए।
2. गौशाला में 40–50 गौवंशीय पशुओं के लिए आईसीयू वार्ड का निर्माण हो।
3. भूसा व चारे के सुरक्षित भंडारण हेतु गोदाम का निर्माण कराया जाए।
4. सड़क हादसों में घायल गौवंशीय पशुओं को लाने हेतु एम्बुलेंस वाहन की सुविधा उपलब्ध कराई जाए।
इसके अतिरिक्त गौ सेवकों ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर निराश्रित गौवंशीय पशुओं के कारण हो रही दुर्घटनाओं पर रोक लगाने के लिए सड़क के दोनों ओर स्ट्रीट लाइट लगाने की मांग भी उठाई।
ज्ञापन सौंपने वालों में रोहित उप्रेती, तनिष्क गुप्ता, हर्ष चौधरी, संजय कश्यप, नितेश मौर्य, भरत कुमार, दीपक, शुभम, ऋतिक, आकाश कश्यप, करन, रजत गिरी, हिमांशु, विनोद सिंह, अनुज, रविंद्र पांडे, हेमंत जोशी, हिमांशु गड़कोटी, रोहित, हिमांशु बिष्ट, विकील गुप्ता, संजय, शंकर, मनोज सिंह, आशुतोष उप्रेती, रेनू बोहरा, गंगा देवी, रूचि वर्मा, शबाना, उमेश, हिमानी गंगवार, राखी शमी, जीत सिंह, नीतीश कुमार, मनोज राम, करन नेगी, बबलू राम, ग्रीश कुमार आदि शामिल रहे।

