उत्तराखण्ड
जीएसटी विसंगतियों को लेकर व्यापारी संगठन नाराज,26 को राष्ट्रव्यापी बंद एवं प्रदर्शन का ऐलान
व्यापारियों का उत्पीड़न बर्दास्त नहीं होगा: वर्मा
हल्द्वानी। प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल उत्तराखंड ने जीएसटी में विसंगतियों को लेकर नाराजगी व्यक्त की है। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष नवीन वर्मा ने कहा कि देश को सबसे ज्यादा राजस्व देने वाला व्यापारी अपनी गुहार किससे लगाए। उन्होंने कहा कि सुनने वाला कोई है ही नहीं। व्यापारी को कसने के लिए तरह-तरह के कानून बनाए जा रहे हैं। जबकि अंतरास्ट्रीय बाजार अथवा ऑन लाइन पर कोई कानून नहीं है।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए वर्मा ने कहा कि भारत का 75 करोड़ व्यापारी सरकार के प्रत्यक्ष कर के रूप में अहम योगदान दे रहा है। ऐसे में सरकार व्यापारियों के लिये कठोर कानून बना रही है। श्री वर्मा ने कि व्यापारियों का उत्पीड़न तत्काल बंद किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक राष्ट्र एक जीएसटी को पेचिदा बनाकर व्यापारियों को परेशान किया जा रहा है। श्री वर्मा ने कहा कि जीएसटी को सरल एवं जनउपयोगी बनाया जाना चाहिए और सजा का प्रावधान समाप्त होना चाहिए। उन्होंने बताया कि जीएसटी में विसंगतियों को लेकर पूरे देश के व्यापारियों ने26 फरवरी को भारत बंद का एलान किया है। प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल उत्तराखंड सभी कार्यरत 375 इकाइयों को साथ लेकर जीएसटी विसंगतियों का पुरजोर विरोध करेगा। और भारत बंद का भी समर्थन करेगा।
प्रेस वार्ता में राजेश अग्रवाल, नवनीत राणा, हर्षवर्धन पांडे, हितेंद्र भसीन, रूपेंद्र नागर, शांति जीना, विपिन गुप्ता, योगेश शर्मा, मनोज जायसवाल, पवन, कृष्णा आदि उपस्थित थे।