कुमाऊँ
नगर निगम के कारनामे: सौन्दर्यीकरण के नाम लगाए फूल सूखे
रुद्रपुर। अब इसे निगम की काहिली कहें या सरकारी कामों की नियति, मात्र बीस दिन पूर्व बड़े-बड़े दावों के साथ कल्याणी नदी के पुल पर सौन्दर्यीकरण के नाम पर लगाये गए फूलदार पौधे सूख गये हैं। सूबे के सबसे धनाढ्य निगमों में शामिल रुद्रपुर नगर निगम के पास इन पौधों के रख-रखाव का समय नहीं था। जिसके चलते कभी लोगों का ध्यान आकर्षित करने वाले यह पौधे अब निगम को हंसी का पात्र बना रहे हैं।
ज्ञात हो कि निगम की अगुवाई में शहर से बहने वाली एकमात्र नदी कल्याणी को पुनर्जीवित करने के लिए कार्य किया जा रहा है। गाहे-बगाहे निगम के मेयर व अन्य अधिकारी इस नदी के तटों पर सफाई अभियान चलाते रहते हैं। इसमें गैर-सरकारी, सामाजिक व शिक्षण संस्थाएं भी योगदान करती हैं। बीती 15 मार्च को किच्छा मार्ग पर नदी ऊपर पुल पर एक शिक्षण संस्थान के साथ मिलकर निगम ने बैरिकेड लगाया था। तब मेयर रामपाल सिंह ने कहा था कि कल्याणी के पुल पर लगाये गये शोभादार बैरिकेड से जहां पुल का सौंदर्य बढ़ा है वहीं बैरिकेड लगाने से नदी में कूड़ा डालने वालों पर भी अंकुश लगेगा। इस दौरान यहाँ बहुत सुन्दर रंग-बिरंगे फूलों वाले पौधे भी लगाए गए थे। इसमें एक सामाजिक क्लब भी शामिल था। समाचार को प्राथमिकता मिलने से निगम सहित अन्य संस्थाओं को भी प्रशंसा मिली।
लेकिन मात्र बीस दिन में दावे हवा-हवाई हो गये हैं। जब न सिर्फ निगम बल्कि इस कार्य में शामिल अन्य दो संस्थाओं ने भी इन पौधों की देखभाल के लिए कोई कदम नहीं उठाया। पौधे सूख कर सड़ गये हैं लेकिन इस ओर किसी का ध्यान नहीं है। इस मामले में कांग्रेस के प्रदेश सचिव नन्द लाल प्रसाद ने कहा कि निगम के अधिकारी वाहवाही के लिए काम शुरू तो करते हैं मगर उसके बाद कार्य की प्रगति के प्रति आँखें मूँद लेते हैं। वहीं इस मामले में निगम आयुक्त से प्रयास के बाद भी संपर्क नहीं हो सका।