कुमाऊँ
‘रोड नहीं तो वोट नहीं, का मन बना चुके गांववासी
जनपद पिथौरागढ़ के तहसील गंगोलीहाट भगर-डोबालखेत मोटर मार्ग 1999 में 10 किलोमीटर स्वीकृत हुआ, लेकिन इस सड़कका निर्माण कार्य आज भी अधूरा है। इस बात को लेकर स्थानीय लोगों में सरकार के प्रति भारी नाराजगी है। स्थानीय लोगों ने आने वाले विधानसभा चुनाव में रोड नहीं तो वोट नहीं का मन बना लिया है।
21वीं सदी केआधुनिक युग तक पहाड़ के कई गांवों में आज भी सडकों का निर्माण नही हो पाया है। जिस कारण क्षेत्र की जनता में आक्रोश व्याप्त है। तहसील गंगोलीहाट क्षेत्र के करीब 9 से 12 गाँव आज भी इस सड़क से वांछित हैं गडार घाटी एवं विलाड पट्टी में लगभग 5900 मतदाता हैं। यहाँ सड़क जैसी मूलभूत सुविधा न होने के कारण गावों से लगातार पलायन बढ़ता जा रहा है। (पलायन रोको पहाड़ बचाओ) गाँवो में काश्तकारों द्वारा फल ,शब्जियाँ ,एवं लघु उधोग किये जाने पर भी सड़क की सुविधा न होने के कारण कई बार काश्तकारों की फल एवं शब्जियाँ बाजार तक नही पहुँच पा रही हैं । जो आत्म निर्भर भारत के लिए स्वरोजगार परक नही है, सरकार द्वारा रोड़ का कार्य अधूरा एवं डामर विहीन है जिस से यहां की जनता ना खुश है।
क्षेत्रीयगाँव ,बालातड़ी,सिरोली,कसेड़ी,कमद,घट्यूडी,गड़तीर नागर तल्लीगाड भुनार देवतुन डोबालखेत ,इटाना,टुंडा, दुगईआगर,खितौली ,भेरू ,धोलाड़ी,आदि कई गांव सड़क विहीन हैं।