उत्तराखण्ड
टनल हादसे पर सरकार पर विपक्ष का हमला, हर दिन हो रहे नए एक्सपेरिमेंट
उत्तरकाशी के सिलक्यारा में मजदूर बीते आठ दिनों से फंसे हुए हैं। अब तक उनका रेस्क्यू नहीं हो पा रहा है। घड़ी में सरकार और आपदा प्रबंधन में लगी एजेंसियों के साथ हर कोई खड़ा है। लेकिन अब लोगों का सब्र का बांध टूट रहा है।
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टनल हादसे पर सरकार पर विपक्ष हमलावर
उत्तरकाशी के सिलक्यारा में टनल में फंसे मजदूरों का हौसला अब जवाब देने लगा है। लोगों का सब्र का बांध अब टूट रहा है। इसको लेकर अब विपक्ष भी सरकार पर हमलावर हो गया है। विपक्ष का कहना है कि रेस्क्यू ऑपरेशन में रोज-रोज नए प्रयोग किए जा रहे हैं। विपक्ष का कहना है कि सरकार को बचाव कार्य करने के साथ जवाबदेही भी तय करनी होगी।
आज सिलक्यारा पहुंचेंगे नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य सोमवार को सिलक्यारा पहुंचेंगे। वहां पर वो वस्तुस्थिति का जायजा लेंगे। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य का कहना है कि उत्तरकाशी में घटी इस घटना ने ना केवल प्रदेश की बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी आपदा प्रबंधन की पोल खोल कर रख दी है।
उन्होंने कहा कि सरकार को साफ कर देना चाहिए कि पांच किमी लंबी इस टनल के निर्माण के मूल प्रोजेक्ट में मलबा निकालने व बचाव के लिए एडिट टनल व एस्केप टनल का प्रावधान था भी या नहीं?
कंपनी पर हो आपराधिक मुकदमा दर्ज
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि अगर प्रोजेक्ट में ये प्रावधान था और कंपनी बिना एडिट टनल और एस्केप टनल के काम कर रही थी तो कंपनी पर विभिन्न धाराओं में आपराधिक मुकदमा भी दर्ज करना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि इतनी बड़ी परियोजना के निर्माण में मानकों और सुरक्षा के विकल्पों को स्थापित करने में अवहेलना हुई है। इसलिए अब दुर्घटना होने के बाद विकल्पों को तलाशा जा रहा है।