उत्तराखण्ड
ऑक्सीजन की कमी के चलते जप्त किए गए ऑक्सीजन सिलेंडर ,बिना पर्ची और आधार कार्ड के नहीं होगी खरीदी
कोरोना कहर में आये दिन संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है । अधिकांश मरीजों को ऑक्सीजन सिलेंडर की डिमांड है। कई जगहों पर ऑक्सीजन की कालाबाजारी भी सामने आई है। इसी के चलते उत्तराखंड के सभी जिलों में प्रशासन की टीमे छापेमारी कर रही है।
हल्द्वानी और देहरादून में टीम ने करीब 90 सिलेंडर जब्त किए हैं। हैरानी भरी बात ये है कि लोग बिना परेशानी के भी सिलेंडर को घरों पर रख रहे हैं। इससे ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी हो रही है और जरूरतमंद को परेशान होना पड़ रहा है।हल्द्वानी में चैकिंग के दौरान सामने आया है कि लोग तीन दिन के बजाए 15-15 दिन तक ऑक्सीजन सिलेंडर विक्रेता को वापस नहीं लौटा रहे हैं। ऑक्सीजन की कालाबाजारी रोकने के लिए प्रशासन ने साफ कर दिया है कि सिलेंडर डॉक्टर का पर्चा, कोविड पॉजिटिव रिपोर्ट एवं आधार कार्ड पर ही दिया जाए.डीएम धीराज सिंह गर्ब्याल ने मरीजों को राहत देने के लिए प्लान को फ्लोर पर उतार दिया है। उनके आदेश के बाद स्टोन क्रशर से 60 ऑक्सीजन सिलिंडर ले लिए गए हैं। प्रशासन की प्राथमिकता इंसान का जीवन बचाना है।
ऑक्सीजन की पूर्ति करने के लिए युद्ध स्तर पर काम चल रहा है। स्टोन क्रशर से सिलेंडर लेने के बाद प्रशासन उन संस्थानों से भी ऑक्सीजन सिलेंडर वापस लेगा, जहां इसका प्रयोग हो रहा है।बता दें कि दो दिन पूर्व डीएम धीराज सिंह गर्ब्याल के आदेश पर कार्यवाहक सिटी मजिस्ट्रेट/एसडीएम ऋचा सिंह और औषधि निरीक्षक मीनाक्षी बिष्ट ने मेडिकल स्टोरों पर छापे मारे। साथ ही उद्योग में प्रयोग किए जा रहे 55 ऑक्सीजन सिलिंडर भी जब्त किए हैं।