कुमाऊँ
कलम के सिपाही वरिष्ठ पत्रकार प्रशांत दीक्षित का निधन
कोरोना की यह दूसरी लहर अत्यधिक घातक साबित हो रही है। इसकी चपेट में जो आ रहा है, उसे सम्भलने में बड़ी दिक्कत हो रही है, जरा सी लापरवाही जान लेवा हो रही है। इस वक्त की बड़ी खबर नैनीताल से आ रही है, यहां कलम के सिपाही वरिष्ठ पत्रकार प्रशान्त दीक्षित की कोरोना से मौत हो गई है।
दीक्षित नैनीताल से दैनिक आज समाचार पत्र के ब्यूरो चीफ थे, 49 वर्षीय प्रशांत बीते कुछ दिनों से अस्वस्थ थे और कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे, जिसके बाद उनको हल्द्वानी रेफर कर दिया गया था कोरोना से जंग लड़ते-लड़ते आज दोपहर को उन्होंने हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में अंतिम सांस ली। बता दें कि वे अपने पीछे अपनी दो छोटे-छोटे बच्चों पत्नी व माता को रोते बिलखते छोड़ गए। बेहद मिलनसार सौम्य सभी लोगों को साथ में लेकर चलने वाले तथा कलम के सिपाही प्रशांत दीक्षित के निधन पर पत्रकारों ने गहरा दुख जताया है।
प्रशान्त के निधन पर नेशनलिस्ट यूनियन ऑफ जर्नलिस्टस उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश पाठक ने गहरा दुःख व्यक्त किया है। आज समाचार के उत्तराखंड हेड वरिष्ठ पत्रकार दिनेश जोशी ने अत्यधिक दुःख व्यक्त करते हुये कहा कि प्रशान्त की कमी कभी पूरी नहीं हो सकती है। उनका चला जाना पत्रकारिता के लिए बेहद क्षति है। इधर हल्द्वानी प्रेस क्लब के अध्यक्ष संजय तलवाड़ , महामंत्री मनोज पांडेय सहित जिले के सभी पत्रकारों ने गहरा दुःख व्यक्त किया है। सभी ने भगवान से उनकी आत्मा को शांति के प्रदान करने के लिए प्रार्थना की है।