कुमाऊँ
कोरोनाकाल में मदद के लिए समाजसेवियों ने बढ़ाए हाथ
हल्द्वानी। हेलो आशा शुक्ला जी बोल रही हैं, मैम प्लीज कहीं से प्लाज्मा डोनर की व्यवस्था करा दीजिये,हमारे भाई की हालत सीरियस है, या हेलो भाई अस्पताल में बैड दिला दो… मदद के लिए समाजसेवियों के पास लगातार इस प्रकार के फोन आ रहे हैं।जिसमें हल्द्वानी के समाजसेवी हरसंभव दिल खोलकर सेवा कर रहे हैं।
कोविड-19 महामारी की दूसरी खतरनाक लहर और उसमें icu बेड, ऑक्सीजन, प्लाज्मा की मारामारी को देखते हुए हल्द्वानी के युवाओं नाजिम अंसारी, आसिफ हुसैन, अज़हर मलिक, पारस जोशी, शानू अल्वी ने मिलकर 15 दिन पहले एक स्माइल फाउंडेशन (हल्द्वानी) नाम से ग्रुप बनाया। उन्होंने इस महामारी में आ रही समस्या के दौरान मदद करने का मन बनाया। जिसमें बैड, प्लाज्मा, ऑक्सीजन, ब्लड व अलग अलग समस्याओं से परेशान लोगो की हरसंभव मदद करनी शुरू कर दी।
स्माइल फाउंडेशन हल्द्वानी ग्रुप के इन युवाओं ने मिलकर 1 टीम वर्क की तरह काम करना शुरू किया है इन्होंने व्हाट्सप्प एवं फेसबुक पर भी 1 ग्रुप बनाया है जिसमे रोजाना ही जिसको किसी भी चीज़ की मदद की आवश्यकता होती है ग्रुप में डाल दिया जाता है एवं जल्द से जल्द ज़रूरत पड़ने पर हॉस्पिटलों में बेड का इंतज़ाम, पिछले covid मरीज़ों से प्लाज्मा के लिए आग्रह करके प्लाज्मा का इंतज़ाम, ऑक्सीजन एवं ऑक्सीजन सिलिंडर का इंतज़ाम एवं ब्लड का इंतज़ाम करने की कोशिश की जाती है।
नाजिम अंसारी ने बताया की हमारा ग्रुप पिछले लगभग 15 दिनों में 100 से ज्यादा लोगो को मदद कर चुका है हमारे पास दिन रात जाने अंजाने परेशान लोगो की कॉल आती है भैय्या हमे रक्त की जरूरत है सोशल मीडिया के माध्यम से संपर्क कर रक्त व्यस्था करा दी जाती है अब तक काफी परेशान लोगो रक्त दिला चुके है।
आसिफ हुसैन ने कहा कि व्हाट्सएप या फेसबुक के माध्यम से लोगो के मैसेज आते है हमे बेड दिला दीजिए,हमे प्लाज्मा दिला दीजिए हम मरीज की डिटेल लेकर अपने ग्रुप में शेयर करते है और टीम मेंबर्स उसको शेयर करके खोज करते हैं इस प्रकार अब तक 20 से ज्यादा लोगो को इस प्रकार की मदद पहुंच पाई है।
अजहर मलिक ने कहा कि काफी लोगो की ब्लड,बेड, प्लाज्मा एवं ऑक्सीजन के लिए व्हाट्सप्प एवं कॉल द्वारा मदद करने के लिए रिक्वेस्ट आती है हल्द्वानी के अलावा अन्य आस पास के इलाकों एवं कई शहरों से कॉल आती हे हम लोग हर संभव मदद की कोशिश करते है।
इसी तरह सामाजिक कार्यकर्ता बी सी पन्त बताते हैं उनके पास शव जलाने के लिए जो लोग परेशान रहते हैं उनके पास फोन आते हैं कहीं से लकड़ी दिला दो। कुल मिलाकर सभी सामाजिक कार्यकर्ता तन,मन धन से मदद कर रहे हैं।