उत्तराखण्ड
हल्द्वानी में अतिक्रमण कार्रवाई पर गरमाई सियासत विधायक सुमित हृदयेश बोले प्रशासन का रवैया तानाशाही, गरीबों के सिर से छीनी जा रही छत
पर्वत प्रेरणा ब्यूरो।
हल्द्वानी। शहर में चल रही अतिक्रमण विरोधी कार्रवाइयों को लेकर हल्द्वानी की सियासत गरमा गई है। सोमवार को शहर के वरिष्ठ विधायक सुमित हृदयेश ने नैनीताल रोड स्थित होटल सौरभ में प्रेस वार्ता कर प्रशासन पर गंभीर आरोपों की बौछार कर दी। उन्होंने कहा कि प्रशासन गरीब और कमजोर तबकों को निशाना बनाकर उन्हें डराने का काम कर रहा है, जबकि जिन लोगों ने वर्षों से मेहनत करके अपने घर बनाए, अब वे अनिश्चितता और भय के साए में जीने को मजबूर हैं।
प्रेस को संबोधित करते हुए विधायक सुमित हृदयेश ने कहा कानून का मतलब आम आदमी को डराना नहीं होता। अतिक्रमण के नाम पर चल रही कार्रवाई तानाशाही है। प्रशासन को अगर कार्यवाही करनी है, तो बड़े रसूखदारों से शुरुआत करे, गरीबों के घर क्यों तोड़े जा रहे हैं?” उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से नोटिस वापस लेने और तत्काल राहत देने की मांग की। साथ ही चेतावनी दी कि अगर जरूरत पड़ी तो हम सड़क से सदन तक आंदोलन करेंगे।”
पंचायत चुनावों को टालना लोकतंत्र की हत्या
विधायक ने प्रदेश सरकार द्वारा अचानक पंचायत चुनाव टालने के निर्णय को भी लोकतंत्र पर हमला करार दिया। उन्होंने कहा कि इससे गांव की आवाज दबाई जा रही है और जनता के अधिकारों का खुला उल्लंघन हो रहा है। विधायक ने कहा लोकतंत्र की जड़ें पंचायतों में होती हैं। चुनाव टालना जनता की भागीदारी को खत्म करने की कोशिश है,” वार्ता के दौरान विधायक के साथ कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे, जिनमें महिला कांग्रेस महानगर अध्यक्ष मधु सांगुड़ी, हरीश मेहता, एन.बी. गुणवंत, दीप पाठक, सुहैल सिद्दीकी, मुकुल बल्यूटिया, सतनाम सिंह, गिरीश पांडे समेत दर्जनों पार्टी कार्यकर्ता शामिल थे। नेताओं ने एकजुटता दिखाते हुए “जनविरोधी कार्यवाहियों के खिलाफ जनआंदोलन” की चेतावनी भी दी।
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