कुमाऊँ
रेमडेसिविर की कालाबाजारी रोकने को छापामारी
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कहर में जहां पर लोगों को आम जनता के लिए मदद करनी चाहिए वहीं पर लोग इस आपदा के समय में भी इसे अवसर के रूप में बनाने की कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं और वही दवाइयों को लेकर कालाबाजारी दिन पर दिन बढ़ती जा रही है जिसके ऊपर पुलिस के द्वारा कई बार कानूनी कार्रवाई की गई लेकिन इन कालाबाजारी करने वाले मुनाफाखोरी करने वाले लोगों के ऊपर इसका कोई भी असर नजर नहीं आया है।
हल्द्वानी के मुखानी क्षेत्र में इससे पहले भी एक मेडिकल स्टोर पर छापा मारकर पुलिस ने कार्यवाही की थी जो 900 के ऑक्सोमीटर 9000 तक बेच रहा था। अब मुखानी में ही पुलिस नेे देर रात छापेमारी कर बिना पर्चे रेमडेसिविर बचते पाये जाने पर बड़ी कार्यवाही की है। जिसके बाद अस्पताल प्रबंधन में हडक़ंप मच गया।देर रात मुखानी थाने को शिकायत मिली की एक निजी अस्पताल में रेमडेसिविर के कालाबाजारी की जा रही है। सूचना पर रात करीब 11 बजे मुखानी थानाध्यक्ष सुशील कुमार व ड्रग इंस्पेक्टर मीनाक्षी बिष्ट ने संयुक्त टीम बनाकर अस्पताल का निरीक्षण किया। इस दौरान अस्पताल के शोर बेली मेडिकल स्टोर पर रेमडेसिविर बेचने की पुष्टि हुई, लेकिन उसका बिल नहीं बनाया गया था।पूछताछ में संचालक इधर-उधर की बात करने लगा कि कोई व्यक्ति जल्दबाजी में आया था और इंजेक्शन लेकर चला गया।
जल्दबाजी में बिल नहीं बना सकें। पुलिस का कहना है कि बिना डॉक्टर की सलाह से रेमडेसिविर बेची गई थी। साथ ही इंजेक्शन या किसी भी दवा की बिक्री के लिए डॉक्टर का पर्चा होना आवश्यक है। जिसके बाद एसओ सुशील कुमार ने मौके पर मिले डॉक्यूमेंट को सील कर दिया गया है। मेडिकल स्टोर के लाइसेंस निलंबन की संस्तुति भी की गई है। मेडिकल स्टोर का लाइसेंस बीना बिष्ट के नाम से है। लेकिन मौके पर उसका पति राजेंद्र बिष्ट मौजूद था।