उत्तराखण्ड
छठे दिन- कैन्ट बहिष्कार सांकेतिक धरना जारी
बलवंत सिंह
रानीखेत। सिविल एरिया को रानीखेत छावनी से आज़ादी देने हेतु चल रहा धरना प्रदर्शन छठे दिन भी जारी रहा। जिसमें सभी वक्ताओं ने एक आवाज़ में रानीखेत के सिविल क्षेत्र को रानीखेत-चिलियानौला नगरपालिका में सम्मलित करने की मांग का पुरजोर समर्थन किया। उक्त मांग को अपना अधिकार मानते हुए आंदोलन को आगे आने वाले समय में और भी तेज़ करने की बात कही।
क्षेत्र की सभी सम्मानित जनता व विभिन्न संगठनों से धरना स्थल गांधी चौक में पहुंचकर छावनी के काले कानूनों और सम्पूर्ण छावनी के बहिष्कार हेतु अपना समर्थन देने की अपील की। तथा यह भी तय किया गया कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम मशाल जलूस, बाजार बंदी व स्कूल कॉलेज एवं सरकारी-गैरसरकारी सभी संस्थानों की तालाबन्दी कर व्यापक आंदोलन चलाने की बात कही। विगत दिवस संघर्ष समिति का एक शिष्टमंडल माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी से मिला।
शिष्टमंडल के सदस्यों ने बताया कि मुख्यमंत्री जी से सकारात्मक जवाब देते हुए कहा कि अगली कैबिनेट की बैठक में रानीखेत-चिलियानौला नगरपालिका के मुद्दे को रखा जाएगा। आज धरने के समर्थन करने पी०सी० तिवारी (उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष एवं जनान्दोलनकारी) भी धरनास्थल पर पहुंचे।
धरने में हेमंत मेहरा, मोहन नेगी, हिमांशु उपाध्याय, नेहा माहरा, कैलाश पांडेय, जगदीश अग्रवाल, हरीश अग्रवाल, यतीश रौतेला, जयंत रौतेला, आनंद रावत, संदीप गोयल, अखिल माहेश्वरी, सोनू सिद्दीकी, किशन पपनै, किरण लाल साह, डी०सी० साह, अनिल वर्मा, खजान जोशी, हरीश चंद्र पांडेय, हरीश कुमार अग्रवाल, संजीव कुमार, दीपक गर्ग, भुवन पांडेय, रोहित नेगी, चंद्रशेखर गुरुरानी, लक्ष्मी दत्त पांडेय, दीपक साह, कुंदन लाल, सहित व्यापार मंडल पदाधिकारीगण, छावनी परिषद के निवर्तमान सभासद, होटल एसोसिएशन, छात्र संघ सहित राजनीतिक और गैर राजनीतिक संगठनों सहित व्यापारियों और सहभागिता की।