गढ़वाल
अधिशासी अभियंता मैठाणी कोरोना से हार गये जंग
देहरादून। सिंचाई विभाग कोटद्वार में अधिशासी अभियंता के पद पर कार्यरत सुबोध मैठाणी भी आज कोरोना से जंग हार गए। यहां स्थानीय अस्पताल में निधन हो गया। वह महज 46 साल के थे। बताया जा रहा है कि कुछ दिन पहले तबियत खराब होने पर वह कोटद्वार अस्पताल में भर्ती हुये, दो दिन पहले ही उन्हें हायर सेंटर देहरादून रेफर किया गया। यहां एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था।
आज सुबह तड़के 3 बजे अस्पताल में इलाज के उन्होंने दौरान दम तोड़ दिया गया। उन्हें कुछ दिन पहले थकावट महसूस हो रही थी तो उन्होंने कोरोना की जांच कराई, लेकिन रिपोर्ट नेगेटिव आई। जब थकान ज्यादा बढ़ गई, तो उन्होंने कोरोना की जांच कराई, जिसमें उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। मालूम चला कि इंजीनियर मैथानी इसी महीने 10 तारीख के आस-पास सिंचाई विभाग की जमीन के कोर्ट केस के सिलसिले में स्वर्ग आश्रम ऋषिकेश गए थे, तभी से वह थकान महसूस कर रहे थे।
बता दें कि मैथानी का गोपेश्वर में घर है, लेकिन वह मूल रूप से रुद्रप्रयाग जीवंतले के रहने वाले थे। उनके दो बच्चे हैं और पत्नी अध्यापिका हैं। लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है कि कोविड -19 से मृत्यु होने पर बच्चे पिता को अंतिम समय में सही ढंग से भी नहीं देख पा रहे हैं। बता दें कि इससे पूर्व उत्तराखंड में जल संस्थान के अधिशासी अभियंता सहित ऊर्जा निगम के एक अधिशासी अभियंता और एक एसडीओ की कोरोना जीवन लील पड़ा है।