उत्तराखण्ड
सिडकुल से रोक लगी जमीन को बेच रहा सुपरटेक कंपनी
रुद्रपुर। जिस जमीन की रजिस्ट्री पर रोक लगी है और जिस पर बैंक लोन नहीं कर सकता हो, जिसका भुगतान सिडकुल को नहीं हुआ है ऐसी जमीन की धड़ल्ले से बिक्री होने का मामला प्रकाश में आया है। जमीन की कैसे बिक्री होने दी जा रही है। यह बात लोगों के गले से नहीं उतर रही है। अफसरों के नाक के नीचे धड़ल्ले से जमीन बेची जा रही है। हालांकि सिडकुल के अधिकारी इस बात को नकार रहे हैं लेकिन कहीं न कहीं गोलमाल जरूर हो रहा है।
मामला रुद्रपुर के सिडकुल क्षेत्र का है। दस साल पहले औद्योगिक क्षेत्र सिडकुल ने आवासीय कॉलोनी विकसित करने के लिए नोएडा की सुपर टेक कंपनी को जमीन ऐलोट की जिस पर रिवर क्रेस्ट के नाम से कॉलोनी काटी गई। जिसका भुगतान कंपनी से सिडकुल के साथ निर्धारित समय पर करना था। लेकिन सुपर टेक कंपनी निर्धारित समय पर भुगतान नहीं कर पाई। जिसके चलते सिडकुल और सुपर टेक के बीच हुआ अनुबंध स्वतः समाप्त हो गया। कम्पनी ने अफसरों से साठगांठ कर अनुबंध का नवीनीकरण करा लिया।लेकिन इसके बाद भी सिडकुल को भुगतना नहीं हुआ। परिणाम स्वरूप सिडकुल ने सुपर टेक कम्पनी की आर सी काट दी। तब से अभी तक जमीन की बिक्री पर रोक लगी है। बताया जा रहा है कि सिडकुल ने सुपरटेक कम्पनी से सत्तर करोड़ लेने हैं। जमीन की रजिस्ट्री पर रोक होने के बावजूद कंपनी की मिलीभगत से धड़ल्ले के साथ प्लॉट बेचे जा रहे हैं।ऐसा प्रतीत हो रहा है कि कम्पनी गुपचुप तरीके से प्लॉट बेच भागने की फिराक में है। मजे की बात तो यह है कि सबकुछ अफसरों के नाक के नीचे हो रहा है और ईमानदार सरकार चुप बैठी है। इस कार्य मे प्रोपर्टी डीलर भी मोटा कमाने के चक्कर में हाथ बटा रहे हैं। प्लाट,फ्लैट, विला के बेचने वाले दलालों से सावधान रहने की जरूरत है।