उत्तराखण्ड
मूल्य निर्धारित नहीं होने से मंडी में औनै पौने दामों में फल बेचने को मजबूर काश्तकार
शंकर फुलारा-संवाददाता
भवाली। फल पट्टी रामगढ़ धारी मैं इस बार सेव की बहुत अच्छी फसल हुई है परम्परागत सेब उत्पादक को उसकी लागत भी नहीं मिल रही है।
न्यूतम सर्मथन मूल्य निर्धारित नहीं होने का खामियाजा फल उत्पादक उठा रहा है अब तो हाल यह है कि हल्द्वानी मण्डी के व्यापारी कह रहे हैं कि सेव मत भेजो बिक ही नहीं रहे आम किसान साल भर खुदाई /छटाई करने के बाद आशा करता है कि थोडा कमा कर अपनी आजीविका चलायेगा लेकिन हालात जस के तस रह जाते हैं मजबूरन काश्तकार को मेहनत का भी दाम नहीं मिल पाता है।
काशतकारों के प्रति सरकार कभ उदासीन रवैया
काशतकार कभी ओलों कभी सूखे की मार झेलता किसान इस बार अच्छी पैदावार के बावजूद उदास हतास है बारदाना डुलाई पैकेजिंग मजदूरी की लागत भी नहीं निकल रही डेलीशस जिसकी मांग बजार मैं रहती थी वो तक नहीं नहीं बिक रहा है।बैरायटी को कौन पूछे आम किसान बनीयों पर आश्रित रहता है उसका कर्जा नहीं चुका पायेगा तो अपना अपने परिवार का भरंण पोषण कैसे करेगा।
तारा दत्त तिवारी किसान
हरतोला, रामगढ़, नैनीताल