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उत्तराखण्ड

उत्तराखंड में भाजपा के सामने अब हैट्रिक लगाने की चुनौती, हर सीट पर पार्टी ने रखा ये लक्ष्य

उत्तराखंड में वर्ष 2014 से लोकसभा की सभी पांचों सीटों पर काबिज भाजपा के सामने अब हैट्रिक लगाने की चुनौती है। इसी को ध्यान में रखते हुए भाजपा ने अपनी चुनावी तैयारियों को धरातल पर मूर्त रूप देना शुरू कर दिया है। प्रदेश भाजपा की कोर कमेटी की रविवार को हुई लोकसभा योजना बैठक में आगामी रणनीति को अंतिम रूप देते हुए मार्च तक के कार्यक्रम निर्धारित किए गए।

पांच लाख से अधिक मतों से जीत का लक्ष्य रखा
पार्टी ने राज्य में लोकसभा की प्रत्येक सीट पर इस बार पांच लाख से अधिक मतों से जीत का लक्ष्य रखा है। चुनाव अभियान में पार्टी के ग्राम प्रधान से लेकर मुख्यमंत्री, मंत्री, सांसद, विधायक सभी प्रतिनिधि और बूथ से लेकर प्रांत स्तर तक के पदाधिकारी बूथ स्तर तक मोर्चा संभालेंगे। प्रत्येक बूथ पर पार्टी नेता एक दिन प्रवास करेंगे। चुनाव अभियान में पार्टी के सभी सातों मोर्चों की भूमिका को अधिक प्रभावी बनाया गया है।
राजपुर रोड स्थित होटल मधुबन में करीब आठ घंटे तक चली भाजपा की लोकसभा योजना की बैठक में चार सत्रों में गहन मंथन हुआ। इस अवसर पर बैठक के लिए विशेष रूप से पहुंचे भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं राज्यसभा सदस्य लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने लोकसभा चुनाव को लेकर केंद्रीय नेतृत्व द्वारा तय रणनीति की विस्तार से जानकारी दी।
प्रत्येक कार्यकर्ता को पूरी ताकत से जुटना होगा
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने के लिए प्रत्येक कार्यकर्ता को पूरी ताकत से जुटना होगा। बैठक का पहला सत्र प्रदेश के राजनीतिक, सामाजिक व प्रशासनिक परिदृश्य पर केंद्रित था। इसमें राज्य के मुद्दे व इनका समाधान, केंद्र व राज्य की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं को लेकर जनता की प्रतिक्रिया जैसे विषयों पर चर्चा की गई। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य सरकार द्वारा लिए गए विभिन्न निर्णयों की विस्तार से जानकारी रखी।

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उन्होंने कहा कि केंद्र पोषित योजनाओं ने राज्य में भाजपा सरकारों के प्रति जनता के विश्वास को अधिक प्रभावी बनाया है। बैठक का दूसरा सत्र सांगठनिक तैयारी, तीसरा अभियानों की गतिविधि और चौथा सत्र चुनावी दृष्टि से इंटरनेट मीडिया के माध्यम से प्रचार-प्रसार का था।

पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री एवं उत्तराखंड प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम ने बैठक की समाप्ति के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भाजपा का चुनावी अभियान दिल्ली से चलकर अब प्रांतों में आया है। इसी क्रम में उत्तराखंड की लोकसभा योजना बैठक आयोजित की गई। उन्होंने बताया कि राज्य में लोकसभा की प्रत्येक सीट को पांच लाख से ज्यादा मतों से जीतने के संकल्प के साथ बैठक समाप्त हुई।

फिर लोकसभा व विधानसभा स्तर की बैठकें होंगी
उन्होंने कहा कि पार्टी ने राज्य में बूथों का वर्गीकरण किया है। अधिसंख्य बूथ ऐसे हैं, जिन्हें पार्टी वर्ष 2014 से लगातार जीतती आ रही है। इन्हें ए श्रेणी में रखा गया है। इसके अलावा बी श्रेणी में ऐसे बूथ हैं, जिनमें पिछले चुनावों में पार्टी को एक बार आशानुरूप सफलता नहीं मिली। ऐसे बूथों को ए श्रेणी में लाने की योजना बनाई गई है।

उन्होंने बताया कि बैठक में चुनावी दृष्टि से मार्च तक के कार्यक्रमों की रूपरेखा तय की गई। पार्टी के सभी जनप्रतिनिधियों से लेकर पन्ना प्रमुख तक की जिम्मेदारी तय की गई है। चुनावी अभियानों में सभी मोर्चों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी, उनके कार्यक्रम तय किए गए हैं। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही लोकसभा सीट की क्लस्टर बैठक, फिर लोकसभा व विधानसभा स्तर की बैठकें होंगी।

प्रत्याशी चयन के संबंध में भी लेंगे सुझाव
एक प्रश्न के उत्तर में गौतम ने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों के चयन का काम पार्टी के संसदीय बोर्ड का है। जिस तरह पार्टी हर वर्ग, जाति, समुदाय से सुझाव ले रही है, उसी तरह प्रत्याशी चयन के बारे में भी सुझाव लिए जाएंगे।

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पिछले चुनाव के सभी रिकार्ड तोड़ेगी भाजपा
प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि भगवान श्रीराम के आशीर्वाद, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चमत्कारिक नेतृत्व और भाजपा सरकारों के कार्यों पर जनता का विश्वास हमारे साथ है। लिहाजा, लोकसभा चुनाव के सभी पिछले आंकड़ों को तोड़कर भाजपा राज्य की सभी सीटें भारी बहुमत से जीतेगी।

अन्य दलों के लिए खुलेंगे दरवाजे
भट्ट ने कहा कि पार्टी ने बड़ी संख्या में लोगों को साथ जोडऩे का निश्चय किया है। ऐसे में आने वाले दिनों में अन्य दलों के जो लोग भाजपा की रीति-नीति में विश्वास करते हैं, उनके लिए पार्टी पार्टी के दरवाजे खुलेंगे।

सूत्रों के अनुसार बैठक में भू कानून और मूल निवास के मुद्दे पर भी सामान्य रूप से चर्चा हुई। इस बात पर जोर दिया गया कि इन विषयों से जुड़े सभी पहलुओं पर गहनता से मंथन कर कदम बढ़ाए जाएं।

बैठक में ये भी रहे मौजूद
केंद्रीय राज्यमंत्री अजय भट्ट, पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, त्रिवेंद्र सिंह रावत व तीरथ सिंह रावत, सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह, अजय टम्टा व डा कल्पना सैनी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत, मदन कौशिक व बिशन सिंह चुफाल, प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार, प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी, खिलेंद्र चौधरी व राजेंद्र बिष्ट, कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, गणेश जोशी, डा धन सिंह रावत सतपाल महाराज, सुबोध उनियाल, रेखा आर्या व सौरभ बहुगुणा, दायित्वधारी ज्योति प्रसाद गैरोला, सुरेश भट्ट, कुलदीप कुमार, प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान, पूर्व विधायक आशा नौटियाल, प्रदेश प्रवक्ता नवीन ठाकुर।

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