कुमाऊँ
गर्भवती महिला की मौत से गुस्साए कांगेसजनों ने राज्य सरकार का पुतला फूंका
जब परिजनों उसको लेकर रामनगर पहुँचे। तो रामनगर के डॉक्टरो ओर स्टाफ का रवैया लापरवाही वाला रहा। महिला 30 मिनट तक तड़फती रही कोई उसको देखने नही आया। मोके पर मौजूद स्वास्थ्य अधिकारियों ने उसको हल्द्वानी रेफर तो कर दिया गया। लेकिन एम्बुलेंस की कोई सुविधा उपलब्ध नही हुई। उसके बाद परिजन उसको हल्द्वानी लेकर जा रहे थे। महिला ने रास्ते मे ही दम तोड़ दिया। ओर उसके गर्भ में दो नवजात शिशुओं ने दुनिया मे आने से पहले ही दम तोड़ दिया। गर्भवती महिला सहित पेट मे पल रहे दो मासूम बच्चों की मौत की दर्दनाक मौत हो गई।