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इंदिरा गांधी सरकार की तानाशाही अब बनेगी इतिहास की सीख: छात्रों को दी जाएगी जानकारी : धन सिंह रावत

हल्द्वानी: भारतीय जनसंघ और भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस के अवसर पर कुमाऊं मंडल भाजपा संभाग कार्यालय में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया,कार्यक्रम में आरएसएस से जुड़े वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को सम्मानित भी किया गया,इस मौके पर प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए।
भाजपा जिला अध्यक्ष प्रताप बिष्ट,रुद्रपुर मेयर विकास शर्मा,वरिष्ठ बीजेपी नेता साकेत अग्रवाल ,जिला महामंत्री रंजन बरगली समेत कई कार्यकर्ताओं ने मंत्री धन सिंह रावत का गर्मजोशी से स्वागत किया। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर डॉ. मुखर्जी के जीवन और बलिदान पर विस्तार से चर्चा की।
डॉ. रावत ने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी भारत के इतिहास में पहले ऐसे केंद्रीय मंत्री थे, जिन्होंने पंडित नेहरू की सरकार की नीतियों का विरोध किया। कश्मीर नीति के विरोध में उनकी गिरफ्तारी हुई और रहस्यमयी परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हो गई। उन्होंने कहा कि यह बलिदान भारत के एकता और अखंडता की रक्षा के लिए था, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता।
मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि नई पीढ़ी को डॉ. मुखर्जी के विचारों और योगदान से अवगत कराना आवश्यक है। इसी उद्देश्य से अब स्कूलों और डिग्री कॉलेजों में उनकी जीवनी को विस्तार से पढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जीवनी पहले से पाठ्यक्रम में शामिल है, लेकिन अब शैक्षणिक कार्यक्रमों और गतिविधियों के माध्यम से भी विद्यार्थियों को उनके विचारों और योगदान के बारे में जागरूक किया जाएगा।
उन्होंने यह भी बताया कि शिक्षण संस्थानों में आपातकाल के दौर और तत्कालीन इंदिरा गांधी सरकार द्वारा किए गए सत्ता के दुरुपयोग जैसे विषयों पर भी जानकारी दी जाएगी ताकि विद्यार्थी इतिहास के उन पक्षों से भी रूबरू हो सकें।

