कुमाऊँ
अकुशल श्रमिक का हाथ कटा,गम्भीर
सितारगंज, सिडकुल की एक निजी कंपनी में अकुशल श्रमिक का मशीन से हाथ कट गया।फैक्ट्री प्रबधंन ने गंभीर रुप से घायल मजदूर को निजी अस्पताल में भर्ती कराया है।
फैक्ट्रियों में सुरक्षा के अभाव में मजदूरों के साथ अक्सर जानलेवा हादसे होते रहते हैं बावजूद इसके फैक्ट्री प्रबंधक ना तो सुरक्षा का उचित इंतजाम करते हैं और ना ही घायल मजदूरों का उचित उपचार कराते हैं जिसके चलते आज फिर एक श्रमिक ने अपना हाथ खो दिए। श्रमिक की बूढ़ी मां पुत्रवधु के साथ बेटे के कट चुके हाथ को पॉलीथिन के बैग में लेकर अस्पताल आयी।
आपको बता दें कि यूपी के पीलीभीत ग्राम देवारा थाना गजरौला निवासी 25 वर्षीय रतिराम पुत्र सुरेश चंद रस्तोगी बड़े भाई उमेश के साथ सिडकुल की फैक्ट्री में काम करते है। रतिराम की पत्नी रुबवती ने बताया कि शुक्रवार को उनके पति कंपनी परिसर के भीतर काम कर रहे थे। अचानक रोलर मशीन चलने से उनके पति का हाथ नीचे आ गया। मशीन में दबने से रतिराम का हाथ शरीर से अलग हो गया। गंभीर रुप से घायल रतिराम को प्रबधंन वर्ग ने चोरगलिया रोड स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया। हादसे में अत्यधिक खून बहने घायल को इमरजैंसी में ब्लड की आवश्यकता पड़ गई। ब्लाक प्रमुख पति पलविंदर सिंह औलख ने अस्पताल पहुंचकर रतिराम को ब्लड डोनेट किया। हादसे के बाद रतिराम का कट चुका हाथ थैले में लेकर उनकी मां अस्पताल गेट पर बिलखती रही। घायल की पत्नी रुबवती और बूढ़ी मां ने आरोप लगाया कि करीब पांच साल से रतिराम फैक्ट्री में काम करता है। उन्होंने हादसे के लिये लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया। परिजनों ने बताया कि रतिराम का मासूम बेटा है। हाथ कटने के बाद परिवार की गुजर बसर के लाले पड़ सकते है। फैक्ट्री में साइड इंचार्ज गुड्डू सिंह ने बताया कि मशीन में साफ-सफाई के दौरान हादसा हुआ है।
बता दें कि यह हादसे को कंपनी प्रबंधक गंभीरता से नहीं ले रहे अनट्रेंड युवकों का फैक्ट्रियों में काम करना हादसों का बड़ा कारण है फैक्ट्री प्रबंधक परमानेंट न करने के डर से युवकों को कुछ दिन काम करा कर भगा देते हैं । जिसकी वजह हादसों का मेन कारण माना जा रहा है । फैक्ट्री प्रबंधक एक्सीडेंट या दुर्घटना का नाम लेकर किनारा कर लेते हैं।
रिपोर्ट-नवल कुमार